जैसलमेर। राजस्थान के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने चुनावों में सत्तर वर्ष से अधिक उम्र वालों को टिकट नहीं देने के पार्टी द्वारा संभावित फार्मूले के संदर्भ में कहा है कि उनके व्यक्तिगत विचार से यदि ऐसा फैसला होता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
डा पूनियां ने आज दो दिवसीय जैसलमेर प्रवास पर पहुंचने पर मीडिया के इस संबंध में किए गए सवाल के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि उनके व्यक्तिगत विचार से यदि भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ऐसा फैसला करता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है। नए लोग एवं नई पीढ़ी कैसे जुड़े इस पर फोकस करना जरूरी है। कई प्रदेशों में यह प्रयोग किया गया और सफल भी हुआ है।
उनसे पूछा गया कि यदि यह निर्णय होता है तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल सहित कई बड़े नेताओं के टिकिट कट जाएंगे, इस पर उन्होंने कहा कि पार्टी में प्रत्येक नेता, कार्यकर्ता की अपनी एक अहमियत होती है। पार्टी नेतृत्व सभी की क्षमताओं का आकलन करके उन्हें दायित्व देता है। फिल्हाल इस फाॅर्मूले पर मनन मंथन चल रहा है पार्टी ने कोई अंतिम निर्णय नहीं किया है, केन्द्रीय संगठन इस संबंध में कोई निर्णय करेगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा पर कहा कि यह हमारी प्राथमिकता नहीं है। हमारी पहली कोशिश यही रहेगी कि कांग्रेस को सता से बाहर करना और भाजपा को बहुमत दिलाना। देश का सौभाग्य है कि उसके पास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसा चेहरा है। चेहरे के तौर पर सबल एवं सक्षम चेहरा है भाजपा के पास। पार्टी को कब किस व्यक्ति को सम्मान देना है, पार्टी अपने स्तर पर तय करती है। मुख्यमंत्री प्रदेश इकाई तय नहीं करती।
डा पूनियां ने कहा कि जैसलमेर आने की वजह संगठनात्मक चर्चा करना है और सबसे बड़े अभियान को लेकर पार्टी के हर एक कार्यकर्ता को जिम्मेदारी सौंपना है। पूरा विश्व देखेगा 15 अगस्त को देश के 20 करोड़ घरों पर तिरंगा फहराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले नौ से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा कार्यक्रम के तहत राजस्थान के 50 लाख एवं देश के 20 करोड़ घरों तक तिरंगा फहराया जाएगा जिससे देश भक्ति जागेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा पार्टी के मजबूत कार्यकर्ताओं एवं मजबूत संगठन पर ही अगला 2023 एवं 2024 चुनाव जीत कर फिर सत्ता में लौटेंगे। उन्होंने पीएफआई को सिमी का ही वर्जन बताते हुए कहा कि देश एवं खासतौर पर प्रदेश में पीएफआई अपनी गतिविधियां चला रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को केन्द्र सरकार को पीएफआई को बैन करने के संबंध में चिट्ठी लिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि टेरर फंडिंग हो रही है बाहरी देशों से पैसा आ रहा है।
उन्होंने कहा कि जोधपुर जिले में हादसे में दो मौतों को लेकर मुख्यमंत्री ने पांच-पांच लाख रुपए की घोषणा कर दी लेकिन अनूपगढ़ में इसी तरह के हादसे में पांच जनों की मौत हुई लेकिन मुख्यमंत्री ने कोई घोषणा नहीं की।
पाकिस्तान से लौटे हिन्दू पाकिस्तानी विस्थापितों को भारतीय नागरिकता मिलने में हो रही देरी एवं कई नियम कानून कायदों में पेचिदगियों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि उन्हें इस संबंध में जानकारी मिली है वह केंद्र के समक्ष इस मुद्दे को उठाएंगे।
उन्होंने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के संबंध में मुख्यमंत्री पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस ने 55 साल तक शासन किया हैं और इनकी पार्टी की सरकारें भी कई प्रदेशों में हुआ करती थी लेकिन तब भी कांग्रेस राजस्थान को उनके हिस्सा का पानी नहीं दिला पाई।