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सांस्कृतिक धरोहरों को बचाने के लिए मेलों का आयोजन जरूरी : धर्म सिंह सैनी
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सांस्कृतिक धरोहरों को बचाने के लिए मेलों का आयोजन जरूरी : धर्म सिंह सैनी

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सांस्कृतिक धरोहरों को बचाने के लिए मेलों का आयोजन जरूरी : धर्म सिंह सैनी
सांस्कृतिक धरोहरों को बचाने के लिए मेलों का आयोजन जरूरी : धर्म सिंह सैनी
सांस्कृतिक धरोहरों को बचाने के लिए मेलों का आयोजन जरूरी : धर्म सिंह सैनी
सांस्कृतिक धरोहरों को बचाने के लिए मेलों का आयोजन जरूरी : धर्म सिंह सैनी

सहारनुपर | उत्तर प्रदेश के आयुष, अभाव सहायता एवं पुर्नवास राज्यमंत्री धर्म सिंह सैनी ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक धरोहरों को बचाने के लिए मेलों का आयोजन जरूरी है।

सैनी ने रविवार शाम यहां सहारनपुर महोत्सव एवं शिल्प मेले का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मेलों से हमारा आपसी भाईचारा, सद्भाव और सौहार्द कायम रहता है। मेले में आये सभी उद्यमियों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार “एक जिला एक उद्यम ” के विकास के लिए पूरी तरह कृत संकल्प है। जिले के विकास के लिए उद्योगों का मजबूत होना जरूरी है। इस शिल्प मेले में जहां जिले के छोटे-छोटे उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेंगा वहीं दूसरे जिलों में संचालित उद्योगों के बारे में भी जानकारी मिलेगी।

सैनी ने कहा कि राज्य सरकार ने सहारनपुर में काष्ट कला को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। इसके साथ यहां पाॅपुलर और यूकेलिप्टस बड़े स्तर पर पैदा होता है। इन पेडों का बड़ा हिस्सा पडोसी राज्य हरियाणा में प्लाई आदि बनाई के लिए इस्तेमाल किया जाता था लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों की समस्याओं को समझा और जिले को काष्ट (वुड) उद्योग से जोड़ने का निर्णय लिया।

उन्होंने कहा कि सहारनपुर आम और शहद तथा काष्टकला के लिए पहले से ही प्रसिद्ध रहा है। उन्होंने कहा कि यहां काष्ट उद्योग लगाने के लिए उद्यमियों को हर प्रकार की सहायता दी जायेंगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि उद्योगों की स्थापना में किसी भी उद्यमी को कोई परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जायें। उद्योगों की स्थापना से रोजगार के अवसर बढ़ेगें तथा कई छोटे-छोटे उद्योगों को भी लाभ मिलेंगा। सरकार हर स्तर पर स्थानीय उद्योगों की मदद करने के लिए तैयार है।