उदयपुर। राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर का इस वर्ष का सर्वोच्च मीरा पुरस्कार जयपुर के सवाई सिंह शेखावत को प्रदान किया जाएगा।
अकादमी के अध्यक्ष डॉ. इन्दु शेखर तत्पुरुष ने शुक्रवार को अकादमी की बैठक में वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा करते हुए बताया कि शेखावत को यह पुरस्कार उनकी काव्य कृति निज कवि धातु बचाई पर प्रदान किया जाएगा। इसके तहत शेखावत को 75000 रुपए, प्रशंसा पत्र एवं शॉल से सम्मानित किया जाएगा।
डॉ. तत्पुरूष ने बताया कि अकादमी के अन्य पुरस्कारों में अकादमी का कविता विधा का सुधीन्द्र पुरस्कार, कोटा के रामनारायण मीणा को उनकी कृति अभी उम्मीद बाकी है, कथा-उपन्यास विधा का डॉ. रांगेय राघव पुरस्कार जोधपुर के हरीदास व्यास को उनकी कृति एक था, नाटक विधा का देवीलाल सामर पुरस्कार अजमेर के उमेश कुमार चौरसिया को उनकी कृति शौर्य प्रधान नाटक के लिए, आलोचना विधा का देवराज उपाध्याय पुरस्कार बीकानेर के मूलचन्द बोहरा को उनकी कृति दो फलांग आगे, विविध विधाओं का कन्हैयालाल सहल पुरस्कार प्रवासी मुंबई निवासी कमलानाथ को उनकी कृति साहित्य का ध्वनितत्व उर्फ साहित्यिक बिग बैंग तथा बाल साहित्य का शम्भूदयाल सक्सेना पुरस्कार बीकानेर की आशा शर्मा को को उनकी कृति अंकल प्याज पर घोषित किया गया है। ये सभी पुरस्कार 31-31 हजार रुपए के हैं।
अन्य पुरस्कारों में सुमनेश जोशी (प्रथम प्रकाशित कृति) पुरस्कार जयपुर की रश्मि पारीक को उनकी कृति परित्यक्त पृष्ठ पर घोषित किया गया है। यह पुरस्कार 21 हजार रुपए का है। इसी प्रकार अकादमी के नवोदित प्रतिभा प्रोत्साहन पुरस्कार के अन्तर्गत चन्द्रदेव शर्मा (कविता विधा) महाविद्यालय स्तरीय पुरस्कार, राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय, उदयपुर की छात्रा शिल्पी कुमारी को तथा पर देशी पुरस्कार (कविता विधा) विद्यालय स्तरीय पुरस्कार, हिन्द जिंक विद्यालय, चित्तौड़गढ़ की छात्रा तन्मयी वैष्णव को घोषित किया गया है। उक्त दोनों पुरस्कार पांच पाच हजार रुपए के हैं।
अकादमी सचिव डॉ. विनीत गोधल ने बताया कि उक्त समस्त पुरस्कार आगामी चार अक्टूबर को उदयपुर में आयोजित अकादमी के वार्षिक सम्मान समारोह के अवसर पर प्रदान किए जाएंगे।