देश के अग्रणी जीवन बीमाकर्ताओं में से एक एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने न्यू बिजनेस प्रीमियम में 32 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है, यह राशि दिसंबर 2018 को समाप्त हुए नौ महीने में 9470 करोड़ रुपए रही जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 7200 करोड़ रुपए का था।
सुरक्षा की ओर स्पष्ट तौर पर ध्यान केंद्रित करते हुए एसबीआई लाइफ का प्रोटेक्शन न्यू बिजनेस प्रीमियम कलेक्शन, दिसंबर 2018 को समाप्त नौ महीनों के लिए 1060 करोड़ रुपए दर्ज किया गया, पिछले वर्ष की इसी अवधि के लिए 390 करोड़ रुपए था, 170 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। एक वर्ष पहले की इसी अवधि से पर्सनल न्यू बिजनेस प्रीमियम कलेक्शन 14 फीसदी बढ़कर 5790 करोड़ रुपए से 6600 करोड़ रुपए हो गया।
एसबीआई लाइफ का कर के बाद लाभ 13 फीसदी बढ़कर दिसंबर 2018 को समाप्त हुए 9 महीनों के लिए 870 करोड़ रुपए रहा जो पिछले साल की समान अवधि में 770 करोड़ रुपए था 1.50 की नियामकीय आवश्यकता की तुलना में दिसंबर 2018 तक कंपनी का सॉल्वेंसी रेशो 2.23 पर रहते हुए मजबूत स्थिति में बना हुआ है।
ऋण-इक्विटी मिश्रण 78ः22 के साथ एसबीआई लाइफ का एयूएम भी 20.2 फीसदी बढ़कर 1,11,630 करोड़ रुपए से दिसंबर 2018 तक 1,34,150 करोड रुपए हो गया है। ऋण निवेश का 90 फीसदी एएए और सॉवरिन इंस्ट्रूमेंट्स में हैं।
कंपनी के पास देश भर के 1, 74, 651 प्रशिक्षित बीमा पेशेवरों और 859 कार्यालयों का विविध तौर पर व्यापक वितरण नेटवर्क है, जिसमें मजबूत बैंकाश्युरेंस चैनल, एजेंसी चैनल और अन्य शामिल हैं, इनमें कॉर्पोरेट एजेंट, ब्रोकर, माइक्रो एजेंट, काॅमन सर्विस सेंटर, इंश्योरेंस मार्केटिंग फोरम, वेब एग्रीगेटर और डायरेक्ट बिजनेस आदि हैं।