गोण्डा । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) धर्म और जाति के नाम पर समाज को बांटने की राजनीति नहीं करती और जाति विशेष को सरंक्षण देने के कानून के दुरूपयोग की कतई इजाजत नही दी जायेगी।
तरबगंज तहसील क्षेत्र में सरयू नदी की बाढ़ से मची तबाही का निरीक्षण और बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने बाबामठ परिसर में आये श्री योगी ने कहा कि भाजपा धर्म,जाति और मजहब के नाम पर समाज को बांटने के पक्षधर नही है। सभी को संरक्षण देने के लिये कानून बनाया गया है हालांकि किसी को कानून का दुरुपयोग कतई नही करने दिया जायेगा।
एससी/एसटी एक्ट के विरोध में सवर्णों द्वारा बुलाये गये भारत बंद के सवाल पर उन्होने कहा कि भारत बंद का कोई औचित्य नही है। भाजपा सरकार देश के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा ,उसकी समृद्धि , खुशहाली के लिये प्रतिबद्ध है। संविधान में सभी को अपनी बात रखने का समान अधिकार है।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ित 50 परिवारों को राहत सामग्री बांटी। उन्होने पीड़ितों को संबोधित करते हुये कहा कि बाढ़ आपदा में राहत के लिये सरकार युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। सरकार ने आपदा में बेघर हुये 1244 पीड़ित और 188 वनटांगिया परिवारों को मुख्यमंत्री आवास के लिये पहली किश्त जारी कर दी है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी राहत कार्यो में लगे है।
योगी ने पिछली सरकारों को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में आपदा पीड़ितों को दिखावे के नाम पर मात्र दो किलो राशन ही मिलता था लेकिन अब राहत पैकेट पहले से ही तैयार कर लिये गये है। उन्होने कहा कि सरकार विषैले जंतुओं के काटने से मृत्यु पर चार लाख रूपये मुआवजा दे रही है। बाढ़ राहत कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी दंडित किये जायेंगे।