जयपुर। राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा है कि राज्य सरकार विद्यालयों में विज्ञान एवं तकनीकी नवाचारों को प्रोत्साहित करने के साथ ही नवीन खोज एवं अनुसंधान करने वाले विद्यार्थियों-शिक्षकों को पुरस्कृत करेगी।
ड़ोटासरा आज यहां बियानी कॉलेज में राजस्थान समग्र शिक्षा अभियान द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय विज्ञान कार्यशाला का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, राज्य में कोई भी सीधे उन्हें शिक्षा में सुधार, गुणवत्ता वृद्धि, नवाचार के लिये मिलकर या ऑनलाइन सुझाव भेज सकता है। उन्होंने कहा कि सभी को साथ लेकर, सभी की राय से प्रदेश में शिक्षा का सर्वांगीण विकास ही सरकार का ध्येय है।
उन्होंने कहा कि वैश्विकरण के इस दौर में विज्ञान के अधिकाधिक प्रसार से ही विकास का व्यवहारिक लाभ सभी क्षेत्रों में मिल सकेगा। उन्होंने हिंदी में विज्ञान प्रसार के लिये भी विशेष कार्य किये जाने पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों में विज्ञान और गणित विषयों के प्रति भय दूर करते इनके प्रति रुचि जागृत करें।
डोटासरा ने कहा प्रदेश में विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिये पहली बार 1581 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड प्रावधान किया गया है वहीं अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी विद्यालयों के खोले जाने की भी पहल की है। जल्द ही राज्य के 167 ब्लॉकों में ऐसे विद्यालय प्रारम्भ किये जायेंगे। इससे सुदूर गावों के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा मिल सकेगी।
इस मौके पर समग्र शिक्षा अभियान की अतिरिक्त आयुक्त डॉ. रश्मि शर्मा ने कहा कि समग्र शिक्षा के तहत विज्ञान प्रोत्साहन के लिए जिला स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित किये जाने की पहल की गई है। उपायुक्त डॉ. अनुराधा गोगिया ने बताया कि राज्य स्तरीय विज्ञान कार्यशाला में राज्य के सभी 33 जिलों से 165 व्याख्याता, वरिस्ठ अध्यापक भाग ले रहे हैं।