अजमेर। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में विद्यार्थियों को शैक्षिक माहौल उपलब्घ कराने के लिए पूरी गम्भीरता के साथ काम किया है। पिछले पांच साल में राजस्थान का शिक्षा का ग्राफ 26वें से दूसरे स्थान तक उपर आ गया।
देवनानी ने आज राजकीय सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में लैपटॉप एवं पद्माक्षी योजना के तहत स्कूटी वितरण किया। जिले में 1290 प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटॉप दिए जाएंगे। साथ ही 23 छात्राओं को पद्माक्षी योजना के तहत पुरस्कृत कर स्कूटी दी गई।
देवनानी ने कहा कि राजस्थान में शिक्षा एक नए मुकाम पर पहुंच गई है। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की सोच है कि शिक्षा को स्थानीय स्तर पर ही इतना सशक्त कर दिया जाए कि स्कूली शिक्षा के लिए विद्यार्थी को बाहर नहीं जाना पडे़।
इसी सोच के साथ हमने प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सीनियर सैकण्डरी स्तर का स्कूल खोला। राज्य में 7 हजार स्कूलों को क्रमोन्नत किया गया है। आजादी के बाद पहली बार ऎसा हुआ कि बिना राजनीति भेदभाव एक साथ इतने विद्यालय क्रमोन्नत किए गए।
देवनानी ने कहा कि पिछले 5 साल में राजस्थान की शिक्षा में एक युग बदल गया है। राज्य अब शिक्षा के क्षेत्र में देश में दूसरे स्थान पर है। हमने शिक्षकों की समस्याओं को समझा और उनके निराकरण के प्रयास किए। आजादी के बाद पहली बार सवा लाख से ज्यादा शिक्षकों को पदोन्नति दी गई। शिक्षकों के रिक्त पदों को नई भर्ती से भरा गया।
स्कूलों को भौतिक संसाधन उपलब्ध कराए गए। आज राजस्थान के अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ें। लाखों नए नामांकन और शैक्षिक गुणवत्ता इसका सबूत है कि राजस्थान की शिक्षा ने सफलता के नए सोपानों को छुआ है।
कार्यक्रम में जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में पद्माक्षी योजना के तहत इशा अग्रवाल, फरीन अली अब्बासी, साक्षी सिंह रानावत, प्रीति मीना, साना प्रवीण, संजू देवी, नेहा भाटी, सिद्दी अग्रवाल, हर्षिता सुनारीवाल, खुशबू मीना, पायल सोनी, अदिति मुनोत, राशि गुर्जश्र, पूजा कुम्हार, चंचल पंवार, किरण भारद्वाज, सकीना बानू, तमन्ना, लीला मीना, निकिता यादव, टीशा गुर्जर, सुशीला देवी तथा सुमन रावत को स्कूटी दी गई। इसी तरह शहर की 130 बालिकाओं को लैपटॉप वितरित किए गए।