नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री डा़ लोटे शेरिंग ने आज दोनों देशों के बीच महत्वाकांक्षी रूपे परियोजना के दूसरे चरण की शुरूआत की।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने रूपे परियोजना के दूसरे चरण की शुरूआत वर्चुअल माध्यम से की और इसे दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों का प्रतीक करार दिया। इस परियोजना के दूसरे चरण के शुरू होने के बाद भूटान के नेशलन बैंक द्वारा जारी किये गये रूपे कार्ड से भूटान के नागरिक भारत में किसी भी तरह का भुगतान कर सकेंगे। परियोजना के पहले चरण में भारतीय बैंकों द्वारा जारी किये गये रूपे कार्ड से भूटान में भुगतान की सुविधा की शुरूआत की गयी थी। पहले चरण की शुरूआत मोदी की पिछले वर्ष अगस्त में भूटान यात्रा के दौरान की गयी थी।
मोदी ने कहा कि अब भूटान के नागरिक अपने देश के रूपे कार्ड से भारत में एक लाख से अधिक एटीएम और 20 लाख से अधिक प्वाइंट ऑफ सेल्स मशीनों पर भुगतान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इससे भूटान के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य , तीर्थयात्रा और पर्यटन के क्षेत्र में भुगतान करने की विशेष सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत रूपे नेटवर्क में भूटान का पूर्ण साझीदार के रूप में स्वागत करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में भूटान के साथ सहयोग के लिए तैयार है। भारत का अंतरिक्ष संगठन अगले वर्ष भूटान के एक उपग्रह का प्रक्षेपण भी करेगा जिसके लिए भूटान के चार युवा वैज्ञानिक दिसम्बर में भारत जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत कठिन समय में भूटान के साथ खड़ा रहा है और उसकी आवश्यकताएं हमेशा भारत के लिए प्राथमिकता की श्रेणी में रहेंगी। भारत और भूटान के बीच एक विशेष साझेदारी है जो आपसी समझ एवं सम्मान से प्रेरित, साझा सांस्कृतिक विरासत और लोगों से लोगों के बीच मजबूत संबंध से समृद्ध है।