नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण विमानन क्षेत्र पर एक बार फिर दबाव बढ़ गया है और इस साल मार्च के मुकाबले अप्रैल में हवाई यात्रियों की संख्या करीब 27 प्रतिशत घटकर 57 लाख पर आ गई।
नागर विमानन महानिदेशालय के आज जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में घरेलू मार्गों पर 57.25 लाख लोगों ने हवाई यात्रा की। यह आंकड़ा अक्टूबर 2020 के बाद सबसे कम है। मार्च में हवाई यात्रियों की संख्या 78.22 लाख रही थी। इस प्रकार इसमें 26.81 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
आम तौर पर अप्रैल और मई में हवाई यात्रियों की संख्या बढ़ती है क्योंकि स्कूल—कॉलेजों में बच्चों की छुट्टियां होने की वजह से लोग परिवार के साथ घूमने जाते हैं। लेकिन कोविड—19 के कारण इस साल परंपरा के विपरीत इसमें गिरावट आई है।
पिछले साल 25 मार्च से दो महीने के लिए देश में नियमित यात्री उड़ानें पूरी तरह बंद रही थीं। उसके बाद 25 मई 2020 से घरेलू मार्गों पर नियमित उड़ानें दुबारा शुरू की गई थीं। फरवरी 2021 तक हर महीने यात्रियों की संख्या बढ़ती रही। फरवरी में यह 78.27 लाख पर पहुंच गई, लेकिन दूसरी लहर आने के बाद मार्च में मामूली गिरावट के साथ यह संख्या 78.22 लाख पर आ गई थी। अप्रैल में महामारी का असर साफ दिखा।
अब तक के आंकड़ों के अनुसार मई में हवाई यात्रियों की संख्या और भी कम हुई है। इस समय रोजाना 60 हजार से कम लोग यात्रा कर रहे हैं।
मई 2020 में सात दिन में 2.81 लाख यात्रियों ने ही सफर किया था। जून 2020 में यह संख्या बढ़कर 19.84 लाख, जुलाई में 21.07 लाख, अगस्त में 28.32 लाख, सितंबर में 39.43 लाख, अक्टूबर में 52.71 लाख, नवंबर में 63.54 लाख और दिसंबर 2020 में 73.27 लाख पर पहुंच गई।
इस साल जनवरी में 77.34 लाख और फरवरी में 78.27 लाख लोगों ने हवाई यात्रा की। लेकिन मार्च में यात्रियों की संख्या घटकर 78.22 लाख रह गई।