अजमेर। अजमेर के विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में पुलिस संदिग्धों पर निगरानी रख रही है।
केंद्र एवं राज्य की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा धार्मिक स्थलों को खतरे से संबंधी सुरक्षा चेतावनी के मद्देनजर दरगाह की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप के निर्देश पर दरगाह थाना पुलिस द्वारा रात्रि एक बजे से सुबह चार बजे के तक पूरी दरगाह को खाली कराकर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है और जो लोग अपनी पहचान साबित नहीं कर पा रहे हैं उन्हें चिन्हित करके दरगाह से बाहर किया जा रहा है।
हालांकि पुलिस कप्तान राष्ट्रदीप खुद ध्यान रख रहे हैं कि दरगाह एवं खादिमों के सम्मान को किसी तरह की ठेस नहीं पहुंचे और दरगाह की सुरक्षा का जो खास मकसद है वह भी पूरा हो सके। पुलिस का मानना है कि दरगाह परिसर में रातभर डेरा डालने वाले लोगों में कोई संदिग्ध भी हो सकता है जो सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक साबित हो सकता है।
दरगाह सीआई हेमराज ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने गत दो अक्टूबर को ही दरगाह कमेटी के साथ साथ दोनों अंजुमनों के सदस्यों से चर्चा करके इस बावत सहमति बना ली थी। इसी क्रम में 14 अक्टूबर की रात्रि से पर्याप्त पुलिस जाप्ते के साथ दरगाह कमेटी, अंजुमन सदस्यों की मौजूदगी में इस काम को अंजाम दिया जा रहा है ताकि किसी की भी बेदखली के वक्त कोई विवाद न हो।
उन्होंने स्पष्ट किया कि दरगाह में सुरक्षा जांच मात्र ‘सुरक्षा ड्रिल’ है जो दरगाह सुरक्षा के लिए ही की जा रही है। यह अभियान अगले कुछ दिनों तक रात में नियमित चलेगा।