भागलपुर। बिहार में भागलपुर जिले के कहलगांव स्थित एनटीपीसी के बिजली संयंत्र मे फर्जी कागजात के जरिए प्रवेश कर रहे एक संदिग्ध युवक की गिरफ्तारी के बाद इस संयंत्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
कहलगांव संयंत्र के केन्द्रीय औधोगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के समादेष्टा दिलीप कुमार ने सोमवार को यहां बताया कि पकड़े गए संदिग्ध युवक शेख सुमन के पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के निवासी होने के बाद इस संयंत्र की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ को अर्लट कर दिया गया है और इसके (संयंत्र) आंतरिक एवं बाहरी हिस्सों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
कुमार ने बताया कि इस संयंत्र के मुख्य प्लांट में रेल लाइन के विद्युतीकरण कार्य करने वाली निर्माण एजेंसी के संविदा मजदूर हालिम बादशाह के नाम से बने गेटपास के फर्जी पाये जाने से उक्त संदिग्ध युवक के संयंत्र के अंदर प्रवेश करने का मामला गंभीर हो गया है क्योंकि हालिम बादशाह नाम का कोई मजदूर काम नहीं कर रहा है और उक्त फर्जी नाम से गेटपास कैसे बने हैं, इसकी जांच पड़ताल की जा रही है।
समादेष्टा ने बताया कि उक्त फर्जी नाम वाले मजदूर (बादशाह) भी मुर्शिदाबाद जिले का निवासी है और उसके नाम से बने फर्जी गेटपास के साथ पकड़ा गया। संदिग्ध युवक किस मकसद से इस बिजली संयंत्र के अंदर जा रहा था। यह पुलिस की जांच में सामने आयेगा। इधर सीआईएसएफ की सतर्कता इकाई ने भी इन तथ्यों की छानबीन शुरु कर दी है।
एनटीपीसी के कोयला आधारित कहलगांव बिजली संयंत्र के प्रवेश द्वार संख्या-एक से फर्जी कागजात के जरिए अंदर घुस रहे मुर्शिदाबाद जिले के संदिग्ध युवक शेख सुमन को सीआईएसएफ के जवानों ने शक के आधार पर पकडा था। बाद में छानबीन में दोषी पाये जाने के बाद उसे स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस उससे कड़ी पूछताछ कर रही है। लेकिन, अभी तक पुलिस को किसी तरह की जानकारी नहीं मिल पाई है।
गौरतलब है कि बंगलादेश की सीमा से लगे पश्चिम बंगाल का मुर्शिदाबाद जिला इन दिनों संदिग्ध विध्वंसकारी तत्वों का केंद्र बना हुआ है। हाल ही में वहां से एटीएस की टीम ने कई संदिग्ध युवकों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों में गिरफ्तार किया था। ऐसे में मुर्शिदाबाद जिले के रहने वाले शेख सुमन के संदिग्ध हालत में कहलगांव बिजली संयंत्र मे घुसने के दौरान पकड़े जाने से केन्द्रीय गृह मंत्रालय और राज्य पुलिस की चिंताएं बढ़ गई है।