नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘आत्मनिर्भरता’ की घोषणा को आधारहीन और हवाई ऐलान करार देते हुए कहा है कि इसके लिए शोध तथा विकास कार्य जरूरी है जिस पर किसी का ध्यान ही नहीं है इसलिए मोदी की यह घोषणा भी जुमला ही साबित होगी।
कांग्रेस प्रवक्ता कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शोध तथा विकास पर सरकार जब ध्यान देगी तो नवोन्वेषी काम सामने आएंगे लेकिन हमारे यहां इस पर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है। निजी और सरकारी स्तर पर कोई भी शोध कार्य नहीं हो रहा है क्योंकि सरकार बुनियादी काम करने की बजाय सिर्फ घोषणाओं और वादों पर ध्यान दे रही है। शोध और विकास का काम जुमलेबाजी से नहीं होता बल्कि इसके लिए एक व्यवस्थित प्रणाली विकसित करने की आवश्यकता है जिस पर किसी का ध्यान नहीं है।
उन्होंने कहा कि शोध तथा विकास का काम दुनिया में विश्वविद्यालय करते हैं और वहां विश्वविद्यालयों में इसके लिए एक बेहतर और समुचित व्यवस्था विकसित की गयी है लेकिन हमारे यहां सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है। विश्वविद्यालयों में सरकार अपना एजेंडा चला रही है और वहां आंदोलन हो रहे हैं इसलिए नए शोध होने की कोई संभावना नहीं है तो फिर हम किस आधार पर आत्मनिर्भरता की बात करते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार हमारे यहां शोध और विकास पर इस साल जीडीपी का महज 0.7 प्रतिशत खर्च हुआ है जबकि इजराइल में 4.5 प्रतिशत, जापान में चार प्रतिशत, जर्मनी में तीन प्रतिशत, अमेरिका तथा फ्रांस में दो प्रतिशत से ज्यादा इस पर निवेश हो रहा है जबकि कनाडा, चीन, रूस, दक्षिण अफ्रीका जैसे देश एक प्रतिशत से ज्यादा खर्च कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए निर्माण आवश्यक है और जब तक निर्माण नहीं होगा तब तक रोजगार नहीं मिलेगा और ऐसी स्थिति में हम आत्मनिर्भर नहीं हो सकते हैं। उनका कहना था कि मोबाइल, चिकित्सा उपकरण आदि से जुड़ा सारा सामान चीन से आता है और यदि चीन से यह सामान नहीं आए तो हमारी गाड़ी आगे नहीं बढ सकती तो फिर हम किस आत्मनिर्भता की बात कर रहे हैं, यह बात देश काे बताई जानी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि हमारे यहां बातचीत करने के लिए भी विदेशी प्लेटफार्म जूम का इस्तेमाल हो रहा है और बातचीत के इस सामान्य मंच में भी भारत का कोई योगदान नहीं है तो किस आधार पर मोदी सरकार आत्मनिर्भर होने का आह्वान कर रही है।