मुंबई बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में बिकवाली के दबाव में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गुरुवार को 38 हजार अंक से नीचे उतर गया।
गत दिवस करीब 646 अंक की बढ़त में बंद होने के बाद सेंसेक्स पर आज आरंभ से ही दबाव रहा और यह 297.55 अंक यानी 0.78 प्रतिशत टूटकर 37,880.40 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 78.75 अंक यानी 0.70 प्रतिशत लुढ़ककर 11,234.55 अंक पर रहा।
बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों के साथ ही रियलिटी, धातु और ऑटो सेक्टरों ने बाजार पर सबसे ज्यादा दबाव बनाया। बीएसई में बैंकिंग समूह का सूचकांक ढाई फीसदी से अधिक और रियलिटी तथा वित्त समूह दो प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट में रहा। सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक के शेयर छह फीसदी से अधिक और येस बैंक के पाँच फीसदी से अधिक टूट गये। टाटा मोटर्स और वेदांता के शेयर भी तीन प्रतिशत से अधिक लुढ़के।
रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की दूरसंचार सेवा प्रदाता रिलायंस जियो के कॉलिंग पर शुल्क लगाने के फैसले से इसी क्षेत्र की प्रतिद्वंद्वी कंपनी भारती एयरटेल के शेयर आज पाँच प्रतिशत से अधिक चढ़े जबकि दूरसंचार समूह का सूचकांक बीएसई में पौने चार फीसदी मजबूत हुआ।
बाजार में बिकवाली व्यापाक रही। बीएसई में कुल 2,629 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,569 के शेयर गिरावट में और 878 के बढ़त में रहे जबकि 184 कंपनियों के शेयर दिन भर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: अपरिवर्तित बंद हुये। मझौली और छोटी कंपनियों पर भी दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 0.87 प्रतिशत लुढ़ककर 13,748.11 अंक पर और स्मॉलकैप 0.57 फीसदी टूटकर 12,723.30 अंक पर आ गया।