मुंबई। काेरोना वायरस के संक्रमण के फैलने से अर्थव्यवस्था प्रभावित होने की आशंका के कारण बुधवार को शेयर बाजार शुरूआती बढ़त खोकर साढ़े पांच प्रतिशत से अधिक की गिरावट लेकर लगभग तीन वर्ष के निचले स्तर पर बंद हुआ जिससे निवेशकों के करीब छह लाख करोड़ रुपये डूब गये। शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन भारी गिरावट दर्ज की गई है।
बीएसई का सेंसेक्स 1709.58 अंक टूटकर 30 हजार अंक के स्तर से नीचे 28869.51 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 498.25 अंक लुढ़ककर 8468.80 अंक पर रहा। छोटी और मझौली कंपनियों में भी बिकवाली हुई जिससे बीएसई मिडकैप 4.84 प्रतिशत फिसलकर 11105.14 अंक पर और स्मॉलकैप 6.09 प्रतिशत टूटकर 10182.99 अंक पर रहा।
बीएसई में हुई इस भारी बिकवाली के कारण उसका बाजारपूंजीकरण कल के 11952066.11 करोड़ रुपये से 598736.81 करोड़ रुपए घटकर आज 11353329.30 करोड़ रुपए पर आ गया। इस तरह से निवेशकों के करीब छह लाख करोड़ रुपए डूब गए।
बीएसई के सभी समूह गिरावट में रहे। टेलीकॉम में 9.48 प्रतिशत, वित्त 7.65 प्रतिशत, यूटिलिटी 7.14 प्रतिशत तथा आईटी में सबसे कम 2.77 प्रतिशत की गिरावट रही। बीएसई में कुल 2532 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 1997 गिरावट में और 385 बढ़त में रहा जबकि 150 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
बीएसई का सेंसेक्स 389 अंकों की बढ़त लेकर 30968.84 अंक पर खुला और शुरूआती कारोबार में ही यह 31101.77 अंक के उच्चतम स्तर तक गया। इसी दौरान काेरोना का कहर फिर से शुरू हो गया जिसके कारण शुरू हुई बिकवाली कारोबार के अंत तक बनी रही और सेंसेक्स 28613.05 अंक के निचले स्तर तक उतर गया। सत्र के अंत में यह पिछले दिवस के 30579.09 अंक की तुलना में 5.59 प्रतिशत अर्थात 1709.58 अंक उतरकर 28869.51 अंक पर रहा।
एनएसई का निफ्टी 121 अंकों की बढ़त के साथ 9088.45 अंक पर खुला और लिवाली के बल पर यह 9127.55 अंक के उच्चतम स्तर तक गया। इसके बाद शुरू हुई बिकवाली से यह 8407.05 अंक के निचले स्तर तक उतरा। अंत में यह पिछले सत्र के 8967.05 अंक की तुलना में 5.56 प्रतिशत अर्थात 498.25 अंक टूटकर 8468.80 अंक पर रहा। निफ्टी में शामिल कंपनियों में से छह हरे निशान में जबकि 44 गिरावट में रहे।
वैश्विक स्तर पर अमेरिकी बाजार बढ़त में रहे जबकि यूरोपीय और एशियाई बाजार पर बिकवाली जारी रही। ब्रिटेन का एफटीएसई 5.19 प्रतिशत, जर्मनी का डैक्स 5.02 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 4.18 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 4.86 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 1.83 प्रतिशत और जापान का निक्की 1.68 प्रतिशत की गिरावट में रहा।
सेंसेक्स में अधिकांश कंपनियां गिरावट में रही जिसमें इंड्सइंड बैंक 23.90 प्रतिशत, पावरग्रिड 11.29 प्रतिशत, कोटक बैंक 11.23 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस 11.11 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक 9.92 प्रतिशत, हीरो मोटाेकॉर्प 8.59 प्रतिशत, एनटीपीसी 8.08 प्रतिशत, एचडीएफसी 7.47 प्रतिशत, महिंद्रा 7.37 प्रतिशत, टाईटन 7.12 प्रतिशत, नेस्ले इंडिया 7.07 प्रतिशत, एशियन पेंट्स 6.78 प्रतिशत, एयरटेल 6.14 प्रतिशत, एल एंड टी 5.35, अल्ट्राटेक 4.77 प्रतिशत, मारूति 4.47 प्रतिशत, बजाज ऑटो 4.37 प्रतिशत, हिन्दुस्तान यूनिलिवर 4.06 प्रतिशत, रिलायंस 3.97 प्रतिशत, इंफोसिस 3.70 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 3.36 प्रतिशत, एचसीएलटेक 3.33 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 2.96 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 2.70 प्रतिशत, सन फार्मा 2.17 प्रतिशत, टाटा स्टील 0.50 प्रतिशत, टीसीएस 0.44 प्रतिशत और स्टेट बैंक 0.12 प्रतिशत शामिल है। बढ़त में रहने वालों में ओएनजीसी 9.83 प्रतिशत, यस बैंक 3.67 प्रतिशत और आईटीसी 0.97 प्रतिशत शामिल है।