मॉस्को । रूस ने गुरुवार को मध्यम दूरी के परमाणु शस्त्रों से संबंधित संधि के मुद्दे पर अमेरिका से सवाल पूछा कि वह समझ नहीं पा रहा है कि मध्यम दूरी के परमाणु शस्त्र समझौते (आईएनएफ) को अमेरिका जारी रखना चाहता है या नहीं।
रूस के विदेश उप मंत्री सर्गेई रिबकोव ने कहा कि रूस यह नहीं समझ पा रहा है कि मध्यम दूरी के परमाणु शस्त्र समझौते (आईएनएफ) को अमेरिका जारी रखना चाहता है या नहीं।
रूस की यह प्रतिक्रिया नाटो में अमेरिकी राजदूत के बेली हचिसन के बुधवार को दिये गये बयान के बाद आयी है। अमेरिकी राजदूत ने कहा था कि दो फरवरी से छह महीने की संक्रमण अवधि शुरू होगी जिसके बाद अमेरिका इस संधि से पूरी तरह हट जायेगा। उन्होंने रूस से आग्रह किया था कि 1987 में हुई संधि को जारी रखने के लिये वह इसके पालन के सबूत दे।
रूस के विदेश उप मंत्री ने संधि पर अमेरिका की मौजूदा स्थिति को समझने में विफलता जतायी है। रिबकोव ने जेनेवा में हुई बातचीत का हवाला दिया। जेनेवा में अमेरिका ने संधि को निलंबित रखने की बात कही थी। विदेश उप मंत्री ने ऐसे में पूछा कि क्या अमेरिका संधि को जारी रखना चाहता है या उससे पूरी तरह हटना चाहता है।
यूरोप में अमेरिकी एजिस अशोर मिसाइल प्रणाली की तैनाती पर रिबकोव ने रूस के पहले दिये गये बयानों को दोहराया। इस प्रणाली से दागी जाने वाली मिसाइलें संधि के तहत प्रतिबंधित हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका ही गलत है और भड़काने वाली भाषा बोल रहा है। ऐसे में रूस से यह नहीं पूछा जाना चाहिये कि वह संधि की शर्तों को कैसे मानेगा।