हिसार। लगभग साल भर पहले चौटाला परिवार में कलह के कारण इंडियन नेशनल लोकदल में टूट से बनी और इस समय हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन सरकार में शामिल जननायक जनता पार्टी को आज एक बड़ा झटका लगा जब इसके एक विधायक रामकुमार गौतम ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा की।
अक्तूबर में हुए विधानसभा चुनावों में प्रदेशके वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को नारनौंद से हराकर विधायक चुने गए गौतम ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैैंने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया हैै और पार्टी नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि देश में कानून ऐसा बना हुआ है कि वह पार्टी नहीं छोड़ सकते क्योंकि पार्टी छोड़ेंगे तो उन्हें विधायक पद भी छोड़ना पड़ेगा।
गौतम ने कहा कि जिन लोगों ने उन्हें वोट दिया है, उनका कुछ भला कर सकें, इसलिए पार्टी नहीं छोड़ रहे लेकिन जिस दिन विधायक का पद छोड़ेंगे, पार्टी भी छोड़ देंगे।
गौतम ने दावा किया कि दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री नौ विधायकों के बल पर ही बने हैं, वरना कहां बन पाते। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि जजपा के टिकट पर लड़ने के कारण ही उनकी जीत हुई, उन्हें जाट बिरादरी के वोट मिले।
संभवत: मंत्री न बनाए जाने से खफा गौतम ने उन्हें मंत्री बनाते तो दुष्यंत बड़ी उड़ान भरते, अब क्या है- अब तो खेल खत्म, पैसा हजम। उन्होंने कहा कि दुष्यंत अकेले 11 विभाग खुद लेकर बैठे हैं जबकि पार्टी में और भी विधायक हैं।
राजनीतिक हल्कों के अनुसार गौतम भाजपा-जजपा सरकार में मंत्री पद के दावेदार माने जा रहे थे और दुष्यंत चौटाला भी उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कराने के लिए तैयार थे लेकिन भाजपा इसके लिए राजी नहीं हुई।
गौतम के पार्टी पद से इस्तीफे की घोषणा पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है और अगर ऐसा हुआ है तो मामले को सुलझा लिया जाएगा।