जयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय मुख्य संगठक लालजी भाई देसाई ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचार धारा को राष्ट्र विरोधी बताते हुए कहा कि सेवादल इस विचारधारा के खिलाफ लोगों को जागरुक करेगा।
देसाई ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि संघ की विचारधारा समाज को तोड़ने और वैमनस्य फैलाने वाली है इसके प्रचार प्रसार को रोकने के लिए सेवादल देशभर में रैलियां और सम्मेलन आयोजित कर समाज को जागरुक करेगा।
उन्होंने आराेप लगाया कि संघ का देश के संविधान, संवैधानिक संस्थाओं और राष्ट्रीय ध्वज पर विश्वास नहीं है लिहाजा इस मायने में संघ एक राष्ट्र विराेधी संगठन है। उन्होंने कहा कि संघ अपने आप को सांस्कृतिक संगठन घोषित करता है जबकि वह पर्दे के पीछे से राजनीति करता है लिहाजा उसे राजनीतिक दल ही समझा जाना चाहिए।
उन्होंने सवाल किया कि स्वतंत्रता आंदोलन में जहां हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिया वहीं संघ का एक भी कार्यकता इसमे शहीद नहीं हुआ और यदि हुआ हो तो संघ उसका नाम बताए। देसाई ने कहा कि सेवादल का कार्यकर्ता किसी पद अथवा टिकट का आकांक्षी नहीं होता वह तो जमीन और जनता के बीच रहकर पार्टी का काम करता है।
हाल ही में पारित किये गये सवर्ण आरक्षण बिल का जिक्र करते हुए देसाई ने कहा कि इस मामले में सरकार की मंशा केवल वाही वाही लूटने की है यदि वह इस मामले में गंभीर होती तो पहले आरक्षण की सीमा काे 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 प्रतिशत करने का संविधान संशोधन विधेयक लाती।
देसाई ने कहा कि हाल के चुनावों में सेवादल ने उन सीटों पर काम किया जो भारतीय जनता पार्टी के लिए अजेय मानी जाती थी और उन सीटों पर पार्टी को जीत दिलाई। उन्होंने कहा कि सेवादल का पुन: सक्रिय करने के लिए राजस्थान में शीघ्र ही राष्ट्रीय स्तर का अधिवेशन आयोजित किया जाएगा। अधिवेशन में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के अलावा प्रदेश और देशभर से सेवादल के कार्यकर्ता भाग लेंगे। अधिवेशन के दौरान सम्मेलन और बाइक रैली आयोजित की जाएगी।