श्रीगंगानगर। राजस्थान में पुलिस के एटीएस विंग द्वारा जयपुर और नागौर में क्रिकेट सट्टेबाजों के एक बड़े अंतराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करने के पश्चात संयुक्त अरब अमीरात में खेले जा रहे आईपीएल टूर्नामेंट के मैचों में फिक्सिंग होने का साया मंडराने लगा है।
सूत्रों ने आज बताया कि एसओजी ने इस आशंका को देखते पकड़े गए सट्टेबाजों द्वारा सट्टेबाजी के लिए इस्तेमाल की जा रही ऑनलाइन की पड़ताल शुरू कर दी है। इनके संपर्क विदेशों में होने की संभावना एटीएस ने व्यक्त की है।
उल्लेखनीय है कि संपर्क सूत्रों के आधार पर कई दिन तक गोपनीय जांच पड़ताल कर कल रात एटीएस ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाया, जिसमें कुल 14 व्यक्ति पकड़े गए। राजस्थान में जयपुर और नागौर में धरपकड़ की गई। वहीं नई दिल्ली और हैदराबाद में भी सट्टेबाज पकड़े गए हैं। एटीएस सूत्रों के अनुसार अन्य राज्यों के लोग राजस्थान में आकर पहचान बदलकर सट्टेबाजी कर रहे थे। इनके आईपीएल में सट्टा लगाने की सूचनाएं मिल रही थी।
कल रात एटीएस की टीम ने तेलंगाना के हैदराबाद से 7, जयपुर के जगतपुरा से पांच और सोडाला से दो सट्टेबाजों को पकड़ा। नागौर और दिल्ली में छापेमारी के दौरान फरार हुए सटोरियों को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। इन सट्टेबाजों के ठिकानों से काफी बड़ी मात्रा में उपकरण बरामद किए गए हैं। इनमें कंप्यूटर, लैपटॉप मोबाइल फोन और अन्य तकनीकी उपकरण शामिल हैं।
एटीएस के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इस काररवाई से स्पष्ट हुआ कि सट्टेबाजों की गतिविधियां अंतराज्यीय स्तर पर चल रही हैं। इनके तार विदेशों से जुड़े हुए हैं। इसकी जांच की जा रही है।
एटीएस सूत्रों ने बताया कि हैदराबाद तेलंगाना से गणेशम चालानी (47) पकड़े गए व्यक्तियों में शामिल है, जो मूल रूप से बीकानेर में गंगा शहर थाना क्षेत्र में पुरानी लाइन का निवासी है। इसी प्रकार पंकज सेतिया (34) वैशाली नगर, जयपुर पकड़ा गया है जो कि कंप्यूटर ऑपरेटर है।