SABGURU NEWS | बलिया छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शहीद जवान मनोज सिंह का उत्तर प्रदेश के बलिया में तमसा नदी के तट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पिता नरेंद्र नारायण सिंह ने चिता को मुखाग्नि दी।
शहीद का शव कल देर शाम हेलीकॉप्टर से बलिया पुलिस लाइन पहुंचा। वहां से सीआरपीएफ के विशेष वाहन से शव उनके पैतृक गांव उसरौली लाया गया। परिजनों की चीख से वहां उपस्थित लोगों की आंखें नम हो गई। भारत माता की जय,वंदेमातरम के गगनभेदी नारों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि उद्यान मंत्री उपेंद्र तिवारी,जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उसके बाद शहीद की अंतिम यात्रा शुरू हुई। तमसा नदी के तट पर शहीद की अंत्येष्टि की गई। पिता नरेंद्र नारायण ने शहीद की चिता को मुखाग्नि दी। शहीद के पिता ने कहा कि बेटे की शहादत पर उन्हें गर्व है। वह स्वयं सीआरपीएफ के जवान रहे हैं। नक्सली कायर होते है आैैर वे पीठ पर हमला करते हैं।
उन्होंने कहा कि काम्बिंग यदि बाईक से होती तो इतनी बड़ी संख्या में जवानों का नुकसान नहीं होता। शहीद के गांव में सुबह से ही लोगों का तांता लगा हुआ था। गाैरतलब है कि 13 मार्च को छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ के वाहन को आईडी बलास्ट से नक्सलियों ने उड़ा दिया था। इस घटना में नौ जवान शहीद हो गये थे जिसमें तीन उत्तर प्रदेश के थे।