नई दिल्ली। कभी-कभी हमारे समाज में ऐसी घटनाएं और दृश्य होते हैं, जिसकी हम कल्पना नहीं कर सकते हैं। ऐसी कहानी, दृश्य और पटकथा हम लोग सिर्फ सिनेमा में ही देखते हैं, वह भी तीन घंटे के लिए। लेकिन यह सब घटनाएं अगर हमें राजनीति के क्षेत्र में देखने को मिले तो हमें हिंदी सिनेमा की कहानी की याद आ ही जाती हैं। मौजूदा समय में भी देश में ‘उकसावे की राजनीति’ चल रही हैं। इन दिनों दिल्ली विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं। 8 फरवरी को एक चरण में मतदान हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ आप भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सत्ता पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में तीनों दलों के द्वारा लोगों के असल मुद्दे क्या हैं, इससे कोई सरोकार नहीं हैं। केंद्र सरकार के नागरिकता कानून के खिलाफ पिछले 50 दिनों से दिल्ली के शाहीन बाग में बैठे प्रदर्शनकारियों पर भाजपा, आप और कांग्रेस के नेताओं का प्रचार जैसे केंद्रित हो गया हैं।
शाहीन बाग को लेकर भाजपा आक्रामक कांग्रेस और आप का नपा-तुला बयान
शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को लेकर तीनों दलों के नेता अपने अपने अंदाज से दिल्ली की जनता समझाने में जुटे हुए हैं। एक और जहां भारतीय जनता पार्टी शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों पर आक्रामक हमले कर रही हैं तो वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस फूंक फूंक कर कदम रख रही हैं। नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन के विरोध में शाहीन बाग में महिलाओं का प्रदर्शन अब देशव्यापी मुद्दा बन चुका हैं।
डेढ़ महीने से ज्यादा समय से शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी पार्टी समेत विपक्ष कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं के कई बयान आ चुके हैं। इनमें किसी ने समर्थन तो किसी ने विरोध में बयान दिया हैं। शाहीन बाग मामले में गृहमंत्री अमित शाह से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक ने अपनी-अपनी राय रखी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और सलमान खुर्शीद ने भी शाहीन बाग में चल रहे नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर बयान दिए हैं।
शाहीन बाग पर अमित शाह और केजरीवाल में आरोप-प्रत्यारोप
शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान सरजील इमाम के भड़काऊ बयान को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जबरदस्त हमला बोला। अमित शाह ने कहा मैं केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि क्या वह शरजील इमाम को पकड़वाने के पक्ष में हैं या नहीं। क्या आप शाहीनबाग के लोगों के साथ हैं या नहीं, दिल्ली के लोगों को बताएं।
इस पर भाजपा पर पलटवार करते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी कालिंदी कुंज के शाहीनबाग खंड को नहीं खोलना चाहती हैं, इसलिए वह इस पर ‘गंदी राजनीति’ कर रही हैं। केजरीवाल ने कहा मैं आपको लिखकर दे सकता हूं कि भाजपा शाहीन बाग में उस मार्ग को खोलना नहीं चाहती हैं। शाहीन बाग मार्ग आठ फरवरी तक बंद रहेगा और फिर नौ फरवरी को खुल जाएगा।
केजरीवाल को ‘टुकड़े टुकड़े’ गैंग का सदस्य करार देते हुए अमित शाह ने उन पर निशाना साधा और कहा कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी उनकी पार्टी की नहीं सुनेंगे। उन्होंने कहा कि आप शाहीनबाग के साथ हैं। अगर आप में हिम्मत हैं तो जाइए और उनके साथ बैठिए और दिल्ली को फैसला लेने दीजिए। एक अन्य रैली में अमित शाह ने राहुल गांधी और केजरीवाल पर राष्ट्रीय मुद्दे पर ‘वोटबैंक’ की राजनीति करने और शाहीन बाग के प्रदर्शन का ‘समर्थन’ करने का आरोप लगाया।
शाहीन बाग को लेकर चिदंबरम और रविशंकर प्रसाद भी भिड़े
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के एक बयान का हवाला देते हुए ट्वीट किया, अब कानून मंत्री ने शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों को टुकड़े-टुकड़े गिरोह का हिस्सा बताया। असली टुकड़े-टुकड़े गिरोह वह सत्तारूढ़ पार्टी हैं जो भारत को धार्मिक आधार पर विभाजित करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि शाहीन बाग आज देश भर के आंदोलनों का मुख्य केंद्र बन गया हैं। यह एक स्वच्छ आंदोलन हैं।
वहां भारत के संविधान और तिरंगे के प्रति सम्मान दिखाते हुए लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि दिल्ली के शाहीन बाग का प्रदर्शन कुछ सौ लोगों द्वारा मौन बहुसंख्यकों को दबाने की कोशिश के सटीक उदाहरण के रूप में सामने आया हैं। उन्होंने दावा किया कि भारत को टुकड़े-टुकड़े करने की मंशा रखने वालों को शाहीन बाग प्रदर्शन की आड़ मिल रही हैं।
शाहीन बाग में चल रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने कहा था कि दिल्ली के लोगों को यह तय करने की जरूरत हैं कि वे ‘जिन्ना वाली आजादी’ चाहते हैं या भारत माता की जय। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों को दोनों ही पार्टियों से पूछना चाहिए कि उन्होंने हिंसा क्यों भड़काई ? शाहीन बाग प्रदर्शन के पीछे आप और कांग्रेस के बीच की साठगांठ ही हैं।
शाहीन बाग में प्रदर्शन के लिए भाजपा ने आप को जिम्मेदार बताया
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहा प्रदर्शन पर भारतीय जनता पार्टी ने इसके पीछे आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया। पार्टी ने आयोग से मांग की हैं कि शाहीन बाग प्रदर्शन पर जो खर्च हो रहा हैं उसे आम आदमी पार्टी के चुनावी खर्च में जोड़ा जाए। केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, मुख्तार अब्बास नकवी समेत आदि नेताओं ने कहां की आम आदमी पार्टी नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों को प्रायोजित कर रही हैं, जिनमें शाहीन बाग का प्रदर्शन भी शामिल हैं। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने भी शाहीन बाग में प्रदर्शन के लिए केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया हैं। आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा हैं कि अगर केंद्र सरकार में हिम्मत हैं तो वहां भाजपा के मंत्रियों को भेजें।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीन बाग बना टर्निंग प्वाइंट
राष्ट्रवाद बनाम गैर राष्ट्रवाद के मुखौटे ने दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन को विधानसभा चुनाव का टर्निंग प्वाइंट बना दिया हैं। भाजपा के रणीनतिकारों को भरोसा हैं कि पांच फरवरी तक दिल्ली विधानसभा चुनाव में सब कुछ साफ साफ दिखाई देने लगेगा। भाजपा दिल्ली में एक नया प्रयोग कर रही हैं। पूर्व भाजपा अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह की लाइन पर चलकर भाजपा ने दिल्ली में चुनाव जीतने की पटकथा लिखी हैं।
अमित शाह के इस राजनीतिक प्रयोग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन हासिल हैं। शाहीन बाग में महिलाएं 15 दिसंबर से प्रदर्शन कर रही हैं। यह प्रदर्शन नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी को लेकर चल रहा हैं। जनवरी के दूसरे सप्ताह से देश के अन्य हिस्से में भी शाहीन बाग जैसा प्रदर्शन हो रहे हैं।
शाहीन बाग के प्रदर्शन में कांग्रेस और वाम दल के नेता भी शामिल हैं : भाजपा
भाजपा ने कहा कि शाहीन बाग के प्रदर्शन की मंशा उन्हें समझ में आ रही थी। प्रदर्शन में कांग्रेस, वामदल के बड़े नेता, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र नेता और कुछ अन्य बड़े लोग जा रहे थे। बताते हैं इसे देखते हुए पार्टी में शीर्ष स्तर पर पहले वेट एंड वाच का निर्णय हुआ। भाजपा के कुछ नेताओं ने विपक्ष के नेताओं की प्रतिक्रिया में शाहीन बाग को लेकर बयान देना शुरू किया। अंत में पार्टी ने इसको लेकर ठोस रणनीति बनाई हैं।
भाजपा ने स्टेप बाई स्टेप आगे बढ़ने का निर्णय लिया। शाहीन बाग का प्रदर्शन वह लोग कर रहे हैं, जो इस देश की संसद द्वारा पारित कानून को नहीं मान रहे हैं। इस प्रदर्शन में वह लोग शामिल हैं जो असम सहित देश के टुकड़े-टुकड़े करने का भाषण दे रहे हैं। यह सब भाजपा के टुकड़े-टुकड़े गैंग के बयान का समर्थन करता हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने खोला मोर्चा
भाजपा नेता का कहना हैं कि पार्टी अब प्रचार में उतर चुकी हैं। गृहमंत्री लगातार भाजपा का प्रचार कर रहे हैं। बजट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में विधानसभा चुनाव प्रचार कई रैली करने वाले हैं। इसके अलावा दिल्ली के हर मतदाता के दरवाजे को खटखटाने का फैसला किया हैं। इसके लिए भाजपा के नेता, कार्यकर्ता, सांसद, छात्र संगठनों के लोग घर-घर जाएंगे। शाहीन बाग के प्रदर्शन का सच बताएंगे। भाजपा के इस प्रचार अभियान में कई राज्यों के पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री उतरेंगे।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार