मुंबई । बॉलीवुड के किंग खान शाहरूख खान का कहना है कि वह महिलाओं के सम्मान को लेकर अपने बेटों को ज्यादा से ज्यादा सिखाने की कोशिश करते हैं।
शाहरुख खान हमेशा से ही महिलाओं के प्रति सम्मानजनक व्यवहार करते नजर आए हैं। मीटू मूवमेंट को लेकर शाहरूख ने बयान दिया है। शाहरूख ने बताया कि कैसे वह सुनिश्चित करते हैं कि वह अपनी पत्नी और बेटी की पर्सनल स्पेस को लेकर सम्मान बनाएं रखें।
शाहरूख ने बताया कि महिलाओं के सम्मान को लेकर वह अपने बेटों को भी ज्यादा से ज्यादा सिखाने की कोशिश करते हैं। शाहरूख से जब मीटू मूवमेंट के लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा , “जो महिलाएं अपने साथ हुईं घटनाओं को लेकर सामने आई हैं हमें उनकी हिम्मत का सम्मान करना चाहिए। हालांकि, इसका एक सैड पार्ट यह भी है कि ऐसी घटनाएं ठीक आपकी नाक के नीचे होती हैं लेकिन आपको पता भी नहीं चल पाता।”
शाहरुख खान ने बताया कि कैसे घर पर वह अपनी पत्नी गौरी और बेटी सुहाना से सम्मानपूर्ण व्यवहार करते हैं। शाहरूख ने बताया कि उनकी शादी को 30 साल हो चुके हैं लेकिन उन्होंने कभी भी गौरी का पर्स चेक नहीं किया। यहां तक कि जब वह कमरे में जाते हैं तब भी वह दरवाजे पर नॉक जरूर करते हैं। बेटी सुहाना के कमरे में जाने से पहले भी वह ऐसा जरूर करते हैं। उन्हें पता है कि मैं दरवाजे पर खड़ा हूं। फिर भी मैं नॉक किए बिना कमरे में नहीं जाता क्योंकि वह उनकी स्पेस है, जिसमें में बिना इजाजत के दाखिल नहीं होना चाहता।
शाहरुख ने बताया कि अपने बेटों को हमेशा महिलाओं का सम्मान करना सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि वह उन्हें हमेशा यह बात समझाते हैं कि महिलाएं भी उनके बराबर की हैं। उनकी आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने जैसा कभी कुछ नहीं करना चाहिए।