मधुबनी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ शकील अहमद ने सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया और मधुबनी से लोकसभा का चुनाव निर्दलीय लड़ने का ऐलान किया।
डॉ अहमद ने कहा कि उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है और अपना त्याग पत्र कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि वह कल बिहार के मधुबनी संसदीय क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि वह पार्टी से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। वह मधुबनी में कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर ही चुनाव लड़ना चाहते हैं और इसके लिए पार्टी आलाकमान से आग्रह भी किया है। इसपर उनकी तरफ से सकारात्मक संदेश भी मिला है। वह 18 अप्रेल तक उनके फैसले का इंतजार करेंगे और यदि सिंबल नहीं मिला तो निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरेंगे।
डॉ अहमद ने कहा कि उन्हें लगता है कि यदि वह मधुबनी से चुनाव नहीं लड़ते हैं तो यहां कोई संघर्ष नहीं होगा और मुकाबला एकतरफा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी से उनका दो निवेदन है पार्टी उन्हें सिंबल दे या फिर बाहर से समर्थन करे। जिस तरह झारखंड की चतरा सीट पर राष्ट्रीय जनता दल के साथ दोस्ताना मुकाबला हो रहा।
अहमद ने कहा कि सीट शेयरिंग के बाद चतरा सीट कांग्रेस के खाते में आई थी लेकिन, वहां से राजद ने अपने सिंबल पर उम्मीदवार खड़ा कर दिया। इसी तरह सुपौल में सांसद रंजीत रंजन कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं लेकिन, राजद वहां भी एक निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में मधुबनी में भी दोस्ताना मुकाबला क्यों नहीं हो सकता।
गौरतलब है कि डॉ शकील अहमद बिहार से तीन बार विधायक और मधुबनी लोकसभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। वे मधुबनी से 1998 और 2004 में चुने गए। वे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। राबड़ी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और केंद्र की मनमोहन सरकार में संचार मंत्री और गृह राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। 2011 में उन्हें झारखंड और पश्चिम बंगाल का कांग्रेस प्रभारी भी बनाया गया था। डॉ अहमद दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के भी पार्टी प्रभारी रह चुके हैं।
राजद, कांग्रेस, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और विकासशील इंसान पार्टी के महागठबंधन में सीटों के तालमेल के तहत मधुबनी लोकसभा सीट वीआईपी के खाते में गई है। वीआईपी ने यहां से पूर्व राजद नेता बद्रीनाथ पूर्वे को टिकट दिया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी की तरफ से अशोक कुमार यादव चुनावी मैदान में हैं। इस सीट पर पांचवें चरण में छह मई को मतदान होना है।