जयपुर। राजस्थान के मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने दौसा के महुआ थाना क्षेत्र में मूक बधिर पुजारी शंभू शर्मा की मौत की शत प्रतिशत जांच के लिए राज्य सरकार को प्रतिबद्ध बताते हुए इसकी जांच संभागीय आयुक्त जयपुर से कराने के निर्देश दिए है।
आर्य ने पुजारी की मौत के पूरे प्रकरण की समयबद्ध संभागीय आयुक्त जयपुर से 30 अप्रैल तक जांच कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह निर्देश इस मामले में सरकार से बातचीत करने आये प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।
बैठक में आर्य ने कहा कि पुजारी शंभू शर्मा की मौत के पूरे प्रकरण की जांच के लिए प्रशासनिक कमेटी का गठन कर निर्देश दिए कि कार्य में कसावट लाकर समयबद्ध जांचपूर्ण होने पर ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी और न्याय किया जाएगा। प्रदेश में मंदिर माफी की जमीन के संरक्षण के लिए कमेटी अन्य राज्यों का अध्ययन करेगी।
आर्य ने कहा कि प्रकरण में शामिल सभी अधिकारियों को एपीओ किया जाएगा तथा लाठीचार्ज मामले में हुई जगदीश सैनी की मौत की भी जांच करने के निर्देश देते हुए कहा कि मंदिर में निर्माण की गई दुकानें जांच पूरी होने तक सील रखी जाएंगी। इसके साथ ही एडीएम के दुर्व्यवहार की भी जांच कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि जांच प्रक्रिया पूर्ण होने तक संबंधित अधिकारियों को जिले में नहीं रहने के निर्देश दिए गए हैं। पुजारी शंभू शर्मा की मौत को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन और प्रदेश में मंदिरों की जमीनों पर हो रहे अतिक्रमण हटाने पर सहमति के साथ आंदोलन समाप्त हो गया।
बैठक में मुख्य सचेतक महेश जोशी, पुलिस महानिदेशक एम.एल लाठर, पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव, गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार, दौसा कलक्टर पीयूष एवं संबंधित अधिकारी तथा प्रतिनिधिमंडल में सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व मंत्री अरूण चतुर्वेदी, विधायक अशोक लाहोटी, सामाजिक कार्यकर्ता राघव शर्मा और विभिन्न पदाधिकारियों शामिल हुए।