कोटा | राजस्थान में कोटा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने के लिए चंबल नदी के पार बने शंभूपुरा फ्लाईओवर को उद्घाटन का इंतजार है। राजस्थान विधानसभा के इस साल के अंत में होने वाले चुनाव के पूर्व आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले मुख्यमंत्री या राज्य का कोई मंत्री, विधायक के इसका उद्घाटन करने की संभावना है।
कोटा-बूंदी जिले की सीमा के पास पड़ने वाले शंभूपुरा गांव की किस्मत का सितारा उस समय बुलंद हुआ जब उदयपुर, कोटा से होकर गुजरने वाले सिल्चर-पोरबंदर फोरलेन और कोटा-जयपुर फोरलेन रोड के निर्माण का काम शुरू हुआ और संभाग से यह गांव दोनों महत्वपूर्ण सड़क मार्गों पर नजदीक है लेकिन यहां भी इस फ्लाईओवर के निर्माण को ग्रहण उस समय लग गया कि जब भारतीय सेना के स्थानीय आला अधिकारियों ने इसके निर्माण पर आपत्ति कर दी क्योंकि प्रस्तावित फ्लाईओवर के पास उनकी शूटिंग रेंज है। सेना को दो करोड़ अस्सी लाख रुपए देने के बाद इसका निर्माण जनवरी 2017 में शुरु हुआ जो अब पूरा हो चुका है।
हालांकि अभी सेना की जरूरत के मुताबिक दो काम और करवाये जाने बाकी है। जिसके तहत एक काम करीब एक किलोमीटर लंबी सर्विस रोड़ बनाई जानी है। ताकि सेना की शूटिंग रेंज भी सीधे कोटा-जयपुर राजमार्ग से जुड़ जाए जिससे सेना के वाहनों को बेहतर आवागमन की सुविधा मिल जाएगा और दूसरा काम फ्लाइओवर पर सेना के शूटिंग रेंज वाले छोर पर मोटे टीन की करीब ढाई मीटर ऊंची दीवार खड़ी की जानी है ताकि फ्लाईओवर से किसी भी तरह के वाहन से गुजरने वाले लोगों को सेना की शूटिंग में होने वाली कोई गतिविधियां दिखाई नहीं दे सके।
शहर के व्यस्ततम नयापुरा चौराहे पर करीब 14 किमी की दूरी पर पड़ने वाले शंभूपुरा गांव के पास बने इस फ्लाईओवर के निर्माण की कुल लागत करीब 33 करोड़ रुपए आई है और 10.5 मीटर चौड़े इस फ्लाईओवर की कुल लंबाई 1.3 किमी है। सिल्चर-पोरबंदर फोरलेन पर बना हाई लेवल हैंगिग ब्रिज भी इस फ्लाईओवर से महज साढे तीन किलोमीटर दूर है। इस फ्लाईओवर की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसे केवल एक तरफ एक तरफा यातायात के लिए बनाया गया है।