लंदन। सीरिया में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल होने वाली ब्रिटिश नागरिक शमीमा बेगम की ब्रिटेन की नागरिकता जाएगी।
शमीमा 2015 में 15 वर्ष की आयु में आईएस में शामिल हो गई थी और अब एक बच्चे की मां बनने के बाद उसने स्वदेश लौटने की मंशा जाहिर की है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार यह संभव है कि शमीमा की ब्रिटिश नागरिकता छीन ली जाए क्योंकि वह दूसरे देश की नागरिकता पाने की पात्र है।
बीबीसी के अनुसार शमीमा की वकील तस्नीम अकुंजी ने कहा कि वह इस फैसले से ‘निराश’हैं और इस निर्णय को चुनौती देने के लिए सभी कानूनी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है।
वर्ष 2015 में 15 साल की उम्र में शमीमा ब्रिटेन से भाग कर सीरिया में आईएस में शामिल हो गई थी। सीरिया में पिछले सप्ताह पुत्र को जन्म देने के बाद संतान की सुरक्षा की खातिर अब वह ब्रिटेन लौटना चाहती है।
सोमवार को बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में शमीमा ने कहा कि उसने कभी आईएस की ‘पोस्टर गर्ल’ बनना नहीं चाहा और अब वह ब्रिटेन में शांतिपूर्वक जीवन बिताकर अपने बेटे को बड़ा होते देखना चाहती है।
ब्रिटिश नागरिकता कानून, 1981 के तहत किसी भी व्यक्ति की नागरिकता जा सकती है यदि गृह मंत्री इस बात से संतुष्ट हों कि ऐसा करना जनहित में होगा और इसके परिणामस्वरुप संबधित व्यक्ति राष्ट्रविहीन नहीं होगा।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा गृह मंत्री स्पष्ट कर चुके हैं कि ब्रिटेन में रहने वाले ब्रिटिश नागरिकों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। शमीमा के पुत्र के सवाल पर प्रवक्ता ने कहा कि विभाग निजी मामलों में टिप्पणी नहीं करेगा लेकिन नागरिकता को समाप्त करने के फैसले सभी उपलब्ध साक्ष्यों पर लिए जाते हैं और हल्के तौर पर नहीं।
ब्रिटिश सांसद ऐड डवे ने कहा कि शमीमा को ब्रिटेन वापसी की इजाजत देनी चाहिए लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादी गुट की सदस्यता गंभीर अपराध है क्योंकि यह आतंकवाद को प्रोत्साहन और समर्थन देता है लेकिन शमीमा को उन अपराधों के लिए ब्रिटेन में कानून का सामना करना होगा।