मुंबई। पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडनवीस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार गृह मंत्री अनिल देशमुख को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और सच नहीं बोल रहे हैं।
पवार ने कहा था कि पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह के पत्र में उल्लिखित तिथियों के दौरान देशमुख नागपुर में कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण क्वाराइंटन में थे। इस बयान का खंडन करते हुए फडनवीस ने कहा कि देशमुख नागपुर में नहीं बल्कि मुंबई में थे और क्वारंटाइन में भी नहीं थे। उन्होंने इस संबंध में कई साक्ष्य भी दिखाए।
फडनवीस ने संवाददाताओं से कहा कि पवार, देशमुख का बचाव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पवार को सारी स्थिति बताई नहीं गई, जिसके कारण पवार सच नहीं बोल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जल्द ही वह केंद्रीय गृह सचिव से मिलेंगे और उन्हें परम बीर सिंह के पत्र और संबंधित मुद्दों की पूरी जानकारी देंगे और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच का अनुरोध करेंगे क्योंकि इसमें बहुत बड़ी हस्तियां शामिल हैं।
परम बीर सिंह के पत्र में देखमुख पर गिरफ्तार और निलंबित सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे के माध्यम से 100 करोड़ रुपए एकत्र करने का आरोप लगाया गया है।