बाघसूरी। नसीराबाद के समीपवर्ती न्यारा गांव में पहाड़ी स्थित कालिका माता मंदिर परिसर पर चल रहे सात दिवसीय शतचंडी यज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान रविवार को तीसरे दिन कथा वाचक शिव किशोरी वृंदावन ने कहा है कि मानव कल्याण के लिए आज की युवा पीढ़ी को संपत्ति नहीं संस्कार की आवश्यकता है। संस्कार के अभाव में समाज का पतन निश्चित है। श्रीमद् भागवत को पंचवेद कहा जिसमें ज्ञान व वैराग्य का सामंजस्य है। इसके बिना मानव का उद्धार संभव नहीं है। श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का श्रवण करने ग्राम न्यारा सहित आसपास क्षेत्र के गांवों से सैकड़ों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं।
सनातन धर्म तोड़ने का नहीं जोडने का कार्य करता है
शतचंडी महायज्ञ के दौरान यज्ञ में आहुतियां दिलवाते हुए महंत बालकदास गिरी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते कहा है कि किसी भी धर्म में अगर व्यक्ति में मानवता नहीं है, तो उस धर्म का कोई अर्थ नहीं है। सनातन धर्म तोड़ने का नहीं हमें जोड़ने का कार्य करता है। शतचंडी यज्ञ में 51 कुंडीय महायज्ञ में पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यजमानों ने आहुतियां दी। जहां जयकारे गूंज उठे। जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया। वहीं वृंदावन की कृष्णा एंड पार्टी के द्वारा शतचंडी महायज्ञ में रासलीला का मंचन किया गया जिसमें भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं से श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर रासलीला का आनंद लिया।
इस मौके पर सरपंच मुकेश गुर्जर, नांदला सरपंच मानसिंह रावत, बद्री खारोल, राजकुमार गुर्जर, नारायण लाल जाट, चेतन पारीक, रामदेव गुर्जर, विश्राम गुर्जर, रामकरण गुर्जर, बद्री प्रसाद मौर्या, महादेव गुर्जर, विश्राम गुर्जर, शैलेंद्र बेरवा, अजयदीप सिंह, नेमीचंद लक्षकार, जय नारायण सिंह गौड़, सत्यनारायण पारीक, लालचंद बाफना, खेमराज गुर्जर, बाबूलाल गुर्जर, प्रकाश बेरवा, रामदेव रैदास, जय सिंह राजावत आदि मौजूद थे।
पूर्व विधायक गुर्जर ने मत्था टेका
शतचंडी महायज्ञ के तीसरे दिन रविवार को नसीराबाद पूर्व विधायक रामनारायण गुर्जर ने कालिका माता के दर्शन कर मत्था टेकते खुशहाली की कामना की। उन्होंने महायज्ञ में आहुति देते हुए महंत बालकदास गिरी से आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि ऐसे धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम से गांव वालों में सनातन धर्म संस्कृति की मिसाल कायम रहती हैं। ऐसे धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रमों का आयोजन होने चाहिए।
उनके साथ नांदला सरपंच मानसिंह रावत, न्यारा सरपंच मुकेश कुमार गुर्जर, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश चंद चौधरी, मुकेश प्रजापत, पुखराज सिंह रावत, कल्याण मल सेन, राजकुमार कटारिया, रामकरण गुर्जर आदि ने यज्ञ में आहुति दी।