अजमेर। राजस्थान मे अजमेर के केंद्रीय कारागृह में शिक्षा पाठशाला का शुभारंभ कर उसमें 35 बंदियों का नामांकन किया गया। अब इन बंदियों को आधारभूत शिक्षा प्रदान की जाएगी।
कारागृह की अधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि जेल में जिस तरह से बंदियों के पास मोबाइल, जर्दा, तंबाकू, सिगरेट आदि मिल रहे हैं उससे लगता है कि वे बंदी होने के बावजूद अंधकार के मार्ग पर चल रहे हैं। बंदियों को सुधारकर उन्हें सन्मार्ग पर लाने का बीड़ा जेल प्रशासन ने उठाते हुए पाठशाला का शुभारंभ किया है जिसके जरिए निरक्षर को साक्षर, साक्षर को सामान्य शिक्षा और शिक्षितों को उच्च शिक्षा से जोड़ने की पहल की जाएगी।
मालीवाल ने बताया कि उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए पढ़ें लिखे बंदियों को इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकित किया जा रहा है जिसके तहत पंद्रह नामांकन किए जा चुके हैं। उनका मानना है कि शिक्षा से जुड़ने के बाद बंदियों की आपराधिक मानसिकता में परिवर्तन आएगा।