बीकानेर। करीब एक महीने पहले ही कांग्रेस में शामिल हुई गंगानगर जिले के अनूपगढ़ क्षेत्र की वरिष्ठ नेता शिमलादेवी नायक ने राजस्थान विधानसभा के लिए कांग्रेस की ओर से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा की।
बीती रात कांग्रेस की सूची जारी होने के बाद शिमलादेवी ने अपने समर्थकों-कार्यकर्ताओं के साथ आज बैठक करने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय किया। उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। शिमलादेवी नायक ने पिछले महीने सीकर में आयोजित राहुल गांधी की रैली में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी।
शिमलादेवी कांग्रेस के इस वादे पर पार्टी में शामिल हुई थीं कि उन्हें विधानसभा चुनाव में अनूपगढ़ से टिकट दिया जाएगा। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस के कार्यक्रमों में शिरकत करना शुरू कर दिया था। उन्होंने बीकानेर में राहुल गांधी की रैली में हजारों समर्थकों के साथ शिरकत करके अपनी ताकत भी दिखाई।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने टिकट वितरण से पहले जिताऊ उम्मीदवार की तलाश में छह-सात सर्वे करवाए थे। इनमे अनूपगढ़ से शिमला देवी नायक का ही नाम कांग्रेस की सूची में पहुंचा था। उन्हें केन्द्रीय छानबीन समितियों के समक्ष रखे गये तीन नाम के पैनल में भी शामिल किया गया।
पेशे से अधिवक्ता शिमलादेवी नायक ने पिछला विधानसभा चुनाव जमींदारा पार्टी प्रत्याशी के रूप में लड़ा था और करीब 40 हजार वोट लेकर दूसरे स्थान पर रही थीं। उस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी हरिराम मेघवाल की जमानत जब्त हो गई थी।
नायक ने इसके बाद लोकसभा चुनाव भी लड़ा, जिसमें उन्हें सवा लाख वोट मिले। उनके इस प्रदर्शन के आधार पर ही कांग्रेस ने शिमलादेवी नायक को पार्टी में शामिल किया था, लेकिन एनवक्त पर उन्हें दरकिनार करके कुलदीप इन्दौरा को टिकट दे दिया गया।