अजमेर। जीवन प्रबंधन गुरू पं. विजयशंकर मेहता ने रविवार को आदर्श नगर स्थित मंदिर पर चल रहे हीरक जयंती कार्यक्रम ‘एक शाम हनुमान के नाम’ में हनुमान चालिसा की चौपाईयों की भावार्थ के साथ व्याख्या की।
उन्होंने बताया कि हनुमान चालिसा तुलसीदास जी ने बाल्यकाल में लिखी थी। उन्होंने हनुमानजी से सीधी बात की थी, हनुमान चालिसा उसी का अंश है। मनुष्य के जीवन में पांच रास्तों से अंशाति आती है संसार, सम्पत्ति, संबंध, स्वास्थ्य और संतान। हनुमान चालिसा की पंक्तियां सूत्र बनकर हमें इन अशांतियों से मुक्ति दिलाती है।
हनुमान चालिसा मात्र चौपाईयां नहीं, अभिमांत्रित पंक्तियां हैं। हर चौपाई की बारीकी से व्याख्या करते हुए कहा मनुष्य का अहंकार उसको अशांत करता है। भक्त का ‘मैं’ बड़ा नहीं होना चाहिए। हनुमानजी जीवित देवता है और उन्हें समरण किया जाए तो वे अपनी अनुभूति कराते ही हैं।
पं मेहता ने यह भी कहा कि केवल हनुमान चालिसा पढ़ लेने से शांति प्राप्त नहीं होगी। दरअसल हनुमान चालिसा को हमारी आती-जाती सांसों से जोड़ना पड़ेगा जो योग की एक क्रिया है। हनुमान चालिसा पढ़ने वाला भक्त कभी अशांत नहीं होता। हमें मनुष्य का शरीर मिला है तो शांत रहना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।
हनुमान चालिसा पढ़ने से विद्यार्थियों का विस्मृति दोष चला जाता है। वे एक बार जिस बात को पढ़ लें, उन्हें याद रहेगा साथ ही उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इसी प्रकार माता-बहनों के जीवन में जब हनुमान जी चाहिए, इस अभिमान को भी पं. मेहता ने हनुमान चालिसा से जोड़ा है।
आयोजक परिवार के ठा. प्रहलाद सिंह पीह एवं उमेश गर्ग ने बताया कि इस दौरान चल रही शिव पुराण में सुनील गोयल, बीपी मित्तल, लाल नाथानी, डा. एसएससिंह, सत्यनारायण विजयवर्गीय ने पौथी पूजन किया तथा मोहित गर्ग, अनिल मित्तल, पवनेष गौड, संतोष, अरूण शर्मा, रेणु शर्मा, केके गुप्ता, नीता टंडन सहित भारी संख्या में श्रोता एवं श्रृद्धालु उपस्थित थे।
शिव मन्दिर आदर्श नगर हीरक जयंति समारोह में 17 सितम्बर के कार्यक्रम
1. प्रभात फेरी – इलेवन स्टार के सहयोग से सुबह 6 बजे
2. रूद्री पाठ – प्रातः 7:30 बजे से
3. शिव पुराण कथा – महा मडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती की अमृतमयीवाणी में दोपहर 01:30 बजे से।
4. विराट भजन संध्या नरेश सैनी गुडगांव, विमल गर्ग अजमेर एवं निजाम एण्ड पार्टी जयपुर द्वारा।