अजमेर। जहां मन गणेश के गुणों से युक्त हो वहीं रिद्धी और सिद्धि का आगमन होता है, जहां रिद्धि और सिद्धि होगी वहीं कुशलता और सफलता होगी। यह उपदेश महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानन्द सरस्वती ने शिव मन्दिर आदर्श नगर में चल रही शिव पुराण कथा में दिए।
स्वामी चिदंबरानन्द महाराज ने कथा के छठे दिन सोमवार को गणेशजी के विवाह, त्रिपुरासुर संहार एवं भगवान शंकर के विभिन्न अवतारों की कथा कहीं। स्वामी ने कहा कि भगवान का आश्रय अनेक पापों से मुक्ति दिलता है, रक्षा करता हैं एवं वेद-शास्त्र विरूद्ध मनमाना आचरण ही विनाश का कारण बनता है।
भगवान शंकर के अवतारों की कथा कहते हुए उन्होंने बताया कि जब-जब और जहां-जहां ईश्वरीय सत्ता को अपनी उपस्थिति की अनुभूति होती है तब-तब परम कृपालु भगवान ने अपने अवतारों के द्वारा उपस्थित होकर ईश्वरी सत्ता सिद्ध की है।
शिवपुराण का मूल उद्देश्य एक ही है की सहजतापूर्वक सरलतापूर्वक अध्यात्म अथवा शिव तत्व से जुड़कर व्यक्ति जीवन की वास्तविक सफलता प्राप्त कर जीवन के उद्देश्य को पूरा कर सकता है।
राधा रानी के प्राकट्य उत्सव पर स्वामी ने उत्सव की बधाई देते हुए कहा कि कृष्ण वल्लभा ब्रजेश्वरी श्रीराधा रानी ही सृष्टि का मूल तत्व है। सृष्टि के आदिकाल में राधा और कृष्ण थे। श्रीराधा की भगवान की अलाधनी शक्ति है। शिव मन्दिर हीरक जयन्ती के सायंकालीन सत्र में नरेश सैनी गुडगांव एवं विमल गर्ग अजमेर एवं निजाम एण्ड पार्टी ने भजनों की प्रस्तुति प्रदान की।
कथा में पोथी पूजन एवं आरती लाल नाथानी, मोहित गर्ग, प्रकाश चांदवानी, ज्योति चांदवानी ने की। मन्दिर कमेटी अध्यक्ष ठाकुर प्रहलाद सिंह ने शहर में भी श्रद्धालुओं को कार्यक्रम एवं भण्डारे में पधारने की अपील की है।
जगद्गुरू श्रीजी महाराज की पदरावणी 18 को
शिव मन्दिर आदर्श नगर की हीरक जयन्ती पर जगद्गुरू निम्बार्काचार्य श्रीजी महाराज दोपहर 12.30 बजे मन्दिर प्रांगण में चल रही शिव पुराण कथा में पधारेंगे एवं अपने आशीर्वचनों से जनमानस श्रद्धालुओं को लाभान्वित करेंगे।
18 सितम्बर के शिव मन्दिर, आदर्श नगर के कार्यक्रम
1. प्रभात फेरी सुबह 6 बजे से इलेवन स्टार क्लब के सहयोग से
2. रूद्री पाठ सुबह 7.30 बजे
3. शिव पुराण कथा दोपहर 11.30 से
4. श्रीजी महाराज का आशीर्वचन 1 बजे
5. कार्यकर्ता सम्मान समारोह दोपहर 1.30 बजे
6. भण्डारा दोपहर 2 बजे से