नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) तथा देश की राजनीतिक स्थिति पर विचार विमर्श करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्च बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में शिवसेना और द्रविड़ मुनेत्र कषगम ने हिस्सा नहीं लिया।
महाराष्ट्र में सत्तारुढ़ में महाविकास अघाडी गठबंधन सरकार में शिवेसना के साथ कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भागीदार हैं। तमिलनाडु में कांग्रेस का द्रमुक के साथ गठबंधन है। इसके अलावा बैठक में आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के सदस्य मौजूद नहीं थे। बहुजन समाज पार्टी ने राजस्थान और मध्यप्रदेश में सरकार का गठन करने में कांग्रेस का साथ दिया था।
बैठक में कांग्रेस के अलावा विपक्ष की 19 राजनीतिक पार्टियां मौजूद थी। इनमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, केरल कांग्रेस, ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक फ्रंट, नेशनल कांफ्रेंस , पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, जनता दल सेक्यूलर, राष्ट्रीय लोकदल, हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, स्वाभिमान पक्ष, फाॅरवर्ड ब्लाॅक और विदूथलाई चिरुथाईगल काची के प्रतिनिधि मौजूद थे।