पुणे। शिव सेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को झटका देते हुए पार्टी के पुणे मावल के श्रीरंग बार्ने समेत 13 सांसद मंगलवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट में शामिल हो गए।
दिल्ली में आज मुख्यमंत्री शिंदे के साथ पार्टी के 13 सांसदों ने ग्रुप फोटो जारी की गई जिसमें कहा गया है कि बार्ने आज शिंदे गुट में शामिल हो गए है। हालांकि, विनायक राउत, अरविंद सावंत, राजन विचारे, गजानन कीर्तिकर, बंडू जाधव, ओमराजे निंबालकर छह सांसद हैं, जो अब भी मातोश्री के प्रति वफादार हैं।
उल्लेखनीय है कि शिंदे के शिवसेना के 39 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सरकार बनने के बाद बड़ी संख्या में विधायक शिंदे खेमे में चले गए हैं। इसी तरह शिवसेना के 12 सांसदों ने विनायक राउत की जगह राहुल शेवाले को समूह का नेता बनाया है। इस संबंध में लोकसभा अध्यक्ष को पत्र भी दिया गया है।
शिंदे ने शिवसेना के 39 विधायकों को लेकर शिव सेना से अलग हो गए और भाजपा के साथ सरकार बनाई है। शिवसेना के 12 सांसदों ने शिवसेना समूह के नेता विनायक राउत के स्थान पर राहुल शेवाले को समूह का नेता नियुक्त किया है। इस संबंध में लोकसभा अध्यक्ष को पत्र दिया गया है। ये 12 सांसद लोकसभा में शिवसेना में एक बड़ा समूह होंगे।
राहुल शेवाले को लोकसभा में समूह के नेता के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें मावल के बार्ने का भी समर्थन मिला है। यह स्पष्ट हो गया कि बार्ने आज शिंदे समूह में शामिल हो गए थे। पिंपरी-चिंचवाड़ शहर में सांसद बार्ने का दबदबा है। उनका भतीजा पार्षद बन गया है। उनके बेटे विश्वजीत बार्ने पिंपरी-चिंचवड़ शहर युवा सेना के मुखिया हैं।
पिंपरी के पूर्व विधायक गौतम चाबुक्सवार, आकुर्डी के पूर्व पार्षद प्रमोद कुटे, वाकाड क्षेत्र की पूर्व पार्षद रेखा दर्शीले, महिला कार्यकर्ता उर्मिला कालभोर, पूर्व नगर प्रमुख योगेश बाबर,बार्ने के समर्थक हैं, इसलिए बार्ने का शिंदे समूह में शामिल होना शिवसेना के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
शिवसेना के बागी सांसदों को वाई श्रेणी की सुरक्षा
शिवसेना के 12 बागी सांसदों को केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा वाई स्तर की सुरक्षा दी गई है। सूत्रों ने बताया कि ऑनलाइन बैठक के बाद यह इन बागी सांसदों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया गया। इन सांसदों के निवास और कार्यालय पर अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात किए गए है।
इस बीच बागी सांसदों के मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात करने और समूह के नेता और नये सचेतक के बारे में आग्रह करने की संभावना है। एकनाथ शिंदे गुट मुबंई सांसद राहुल स्नेवाल को समूह का नेता और भावना गवली को नए मुख्य सचेतक के रुप में चाहते है। शिंदे ने बागी सांसदों से देर रात दिल्ली पहुंचने पर मुलाकात की।
भावना गवली ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर उन विधायकों के खिलाफ नरमी बरतने की मांग की है जिन्होंने उनके खिलाफ बगावत की और भारतीय जनता पार्टी में वापस गए।
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