नई दिल्ली। देश की राजनीति में बदले समीकरणों का असर आज राज्यसभा में भी दिखाई दिया और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सहयोगी रही शिवसेना और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सदस्य विपक्ष की सीटों पर बैठे नजर आए।
संसद के सोमवार से शुरू हुए शीतकालीन सत्र से पहले दिन देश की राजनीति में कई बदलाव देखने को मिले। जम्मू कश्मीर के विभाजन से पहले राज्य में पीडीपी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी।
राज्यसभा में पीडीपी के दो सदस्य राजग के साथ सत्ता पक्ष में बैठते थे। लेकिन राज्य के घटनाक्रम पर दोनों पार्टियों में गठबंधन खत्म हो गया और पीडीपी के सदस्य विपक्ष के पाले में चले गए।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बाद शिवसेना और भाजपा के गठबंधन टूटा और शिवसेना ने राजग से नाता तोड़ लिया। इससे शिवसेना के सदस्य राज्यसभा में कांग्रेस के सदस्यों के साथ बैठे नजर आए। संसद के पिछले सत्र के समय में शिवसेना सरकार में शामिल थी और सदस्य सत्ता पक्ष में बैठते थे।