अजमेर। शिवसेना की अजमेर ईकाई ने बीसलपुर परियोजना का पानी जयपुर और टोंक जिले को देने का विरोध करते हुए गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञान सौंपा।
प्रदेश सचिव मुन्ना लाल शर्मा ने ज्ञापन में बताया गया कि राज्य सरकार अजमेर जिले के लिए बनाई गई बीसलपुर योजना से अजमेर को ही वंचित करने पर तुली है। अजमेर के हिस्से में पानी की कटौती कर 96 घंटे के अंतराल से जलापूर्ति की जा रही है। सप्लाई भी पर्याप्त नहीं होने से पेयजल की समस्या बढती जा रही है। जबकि यहां 24 घंटे में एक बार जलापूर्ति का प्रावधान रहा है।
बरसात की कमी की आड लेकर अजमेर की जनता के साथ धोखा बर्दास्त नहीं किया जाएगा। बीसलपुर के जल पर पहला हक अजमेर की जनता है। इसलिए 24 घंटे में एक बार जलापूर्ति की पालना की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना के नाम पर विभिन्न चरणों में करोडों रुपए का बजट लगा दिया गया लेकिन प्राचीन कुएं, बावडियां, तालाब, कुंड आदि में पानी आवक के नाम कुछ नजर नहीं आ रहा। सारे काम कागजी फाइलों में ही होकर रह गए। सरकार को ऐसे कुएं बावडियों आदि की सूची सार्वजनिक करनी चाहिए जिन पर पैसा खर्च किया गया है। इसकी उपलब्धि जानने का भी आम जनता को हक है।