मुंबई। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे। महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े उलटफेर के बाद देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे इस बात का ऐलान कर दिया है।
फडणवीस ने जानकारी दी है कि आज सिर्फ एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। बाकी नेताओं का शपथ ग्रहण दूसरी औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद होगा। एकनाथ शिंदे शाम साढ़े सात बजे महाराष्ट्र के सीएम रूप में शपथ लेंगे। पहले कयास लग रहे थे कि फडणवीस ही मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन अब शिंदे की ताजपोशी होने जा रही है।
देवेंद्र फडणवीस ने इशारों में महा विकास अघाडी के एक मंत्री पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनका दाऊद से कनेक्शन सामने आया था, लेकिन फिर भी उद्धव ठाकरे ने उन्हें पद से हटाना ठीक नहीं समझा। बाला साहेब तो हमेशा से ही दाऊद के खिलाफ थे।
बाला साहेब ठाकरे हमेशा से ही एनसीपी और कांग्रेस के खिलाफ रहे थे। वे कभी भी उनके साथ सरकार नहीं बनाते, लेकिन उद्धव ठाकरे ने शिवसेना की विचारधारा के खिलाफ जाकर उन दोनों दलों से हाथ मिलाया और सरकार बनाई।
विधानसभा के चुनाव के बाद बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी थी। तब शिवसेना ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन जब शिवसेना ने एनसीपी-कांग्रेस से हाथ मिलाया, ये जनादेश का अपमान था।
फडनवीस ने स्पष्ट कहा कि मैं सरकार में शामिल नहीं होउंगा। यह सत्ता की लड़ाई नहीं है, यह विचारधारा की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने शिंदे को शाम साढ़े सात बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है। शिंदे आज ही शपथ लेंगे। शिंदे को भाजपा के समर्थन का पत्र राज्यपाल को दे दिया गया है।
शिंदे ने कहा कि उन्हें समर्थन देने के लिए वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और फडनवीस को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि महा विकास अघाडी सरकार में उन्हें काम करने का मौका नहीं मिल रहा था।
उन्होंने कहा कि शिवसेना महा विकास अघाडी सरकार में रहती तो उनकी पार्टी चुनाव हार जाती। शिवसेना के संस्थापक बाला साहब ठाकरे के विचारों को आगे बढ़ाएंगे। उन्होेंने दावा किया कि उनके साथ शिवसेना के 40 विधायकों के साथ उन्हें 10 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है।