भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि मध्यप्रदेश के शिवपुरी में 15 अगस्त को हुए हादसे में फंसे लोगों को सुरक्षित बचाने में योगदान देने वाले जांबाज नागरिकों और सिपाहियों को राष्ट्रपति जीवनरक्षक पदक दिलवाने की अनुशंसा की जायेगी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार सुल्तानगढ़ जलप्रपात में फंसे लोगों को बचाने वाले जांबाजों के यहां आयोजित सम्मान समारोह में श्री चौहान ने कहा कि दूसरों के लिये अपनी जान जोखिम में डालने वाले जांबाज ही समाज के असली हीरो होते हैं।
इस दौरान उन्होंने चार नागरिकों को पाँच-पाँच लाख रूपये की सम्मान निधि भेंट की। जिला पुलिस बल के चार और राज्य अनुक्रिया बल ग्वालियर के तीन सदस्यों को पृथक से सम्मानित किया जाने के निर्देश दिये। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला, महानिदेशक नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन महान भारत सागर भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सुल्तानगढ़ में फँसे नागरिकों को बचाने के कार्य में नागरिकों, राज्य आपदा अनुक्रिया बल, पुलिस और प्रशासन ने प्रशंसनीय कार्य किया है। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर वे रातभर जागकर स्थिति की जानकारी लेते रहे।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री, गृह मंत्री से चर्चा की। बचाव के लिये भारतीय वायु सेना का हेलीकाप्टर आया, उसने पाँच लोगों को बचाया, किन्तु मौसम खराब हो जाने के कारण उसे वापस जाना पड़ा। ऐसे समय में जांबाज ग्रामीण साथी देवदूत बनकर सामने आये और पानी थोड़ा कम होने पर वे साहसपूर्वक तैरकर रस्सा पार ले गये। उनके साहस और सामाजिक कर्तव्य बोध को देख कर ही उनको सम्मानित करने का निर्णय उन्होंने किया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने नागरिक रामदास, भागीरथ, निजाम शाह और कल्लन बाथम को पाँच-पाँच लाख रूपये की सम्मान निधि से सम्मानित किया। इसके साथ ही राज्य अनुक्रिया बल ग्वालियर के उपनिरीक्षक प्रदीप कुमार, प्रधान आरक्षक राजेश कुमार यादव और गजेन्द्र सिंह कौरव को तथा जिला पुलिस बल के उपनिरीक्षक गोपाल चौबे, उपनिरीक्षक सुरेन्द्र सिंह यादव, उपनिरीक्षक अमित शर्मा और आरक्षक मुकेश यादव को सम्मानित करते हुये कहा कि इन्हें भी पृथक से सम्मान निधि दी जायेगी।