भोपाल। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा एक नेता को मंच से कथित तौर पर उतारने संबंधी वीडियाे वायरल होने के मामले में आज कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोगों ने इसमें छेड़छाड़ कर जातीय वैमनस्यता फैलाने का प्रयास किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी मानक अग्रवाल और प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी की मौजूदगी में गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में विधायक महेंद्र सिंह यादव ने ये आरोप लगाए। शिवपुरी जिले के कोलारस विधायक यादव ने इस संबंध में एक शिकायत साइबर पुलिस को सौंपते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है।
यादव ने कहा कि उनके दिवंगत पिता राम सिंह यादव और सिंधिया का सोशल मीडिया में चल रहा वीडियो सितंबर 2017 का है। उनके पिता अस्वस्थ थे और इसके बावजूद वे कार्यक्रम में मंच पर पहुंच गए थे।
सिंधिया को उनके अस्वस्थ होने का पता चला और उन्होंने तत्काल उनके पिता से आराम करने के लिए कहा था। कुछ दिनों बाद उनके पिता का देहांत भी हो गया और कोलारस में उपचुनाव के बाद वे (महेंद्र सिंह यादव) विधायक भी बन गए।
यादव ने कहा कि लेकिन पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया में इस घटना से संबंधित वीडियो वायरल कर सिंधिया और कांग्रेस के बारे में अनर्गल बातें चलाई जा रही हैं। इसलिए कांग्रेस ने इस घटना के संबंध में सच्चायी सामने लाने और पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराने का निर्णय लिया है।
उन्होंने मांग की कि साइबर पुलिस को इस संबंध में अापराधिक प्रकरण दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए। इस वीडियो को वायरल कर समाज विशेष के लोगों के अपमान की बात भी कही जा रही है, जो सामाजिक वैमनस्यता को बढ़ावा देने जैसा है।
वहीं शिवपुरी जिला मुख्यालय पर आज समाज विशेष से जुड़े कांग्रेस के नेताओं ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर यही बात दोहराई और कहा कि दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए। पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, गणेश शुक्ला और अनिल शर्मा ने कहा कि इस मामले में सत्तारूढ़ दल भाजपा के लोगों का हाथ हो सकता है। पुलिस को ऐसे लोगों को बेनकाब करना चाहिए।