भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल में नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण से जुड़े मामले के प्रकाश में आने की घटना के परिप्रेक्ष्य में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश आज दिए।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार चौहान ने यहां गृह विभाग की समीक्षा के दौरान कल प्रकाश में आई इस घटना के संबंध में नाराजगी जाहिर की और कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाए। इस मामले के मुख्य आरोपी प्यारे मियां की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए। उन्होंने प्यारे मियां से शासकीय आवास खाली कराने और उसकी अधिमान्यता समाप्त करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नाबालिग बेटियों के साथ हुई घटना काफी गंभीर है। इस मामले में किसी को छोड़ा नहीं जाए। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के नाम पर गलत और अनैतिक कार्यों में संलिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोग पत्रकारिता को बदनाम करते हैं। इस अवसर पर गृह विभाग के सचिव और पुलिस के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे।
शनिवार की देर रात यहां रातीबड़ थाना क्षेत्र में पुलिस को गश्त के दौरान चार पांच नाबालिग लड़कियां मिली थीं। पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि उन्हें कुछ लोग यहां एक मकान पर जन्मदिन की पार्टी में लाए थे। इस दौरान उनके साथ अश्लील हरकतें की गईं और दुष्कर्म का प्रयास और दुष्कर्म किया गया।
कथित तौर पर इन नाबालिग लड़कियों को शराब भी पिलाई गई और बाद में उन्हें वहां से रवाना कर दिया गया। ये लड़कियां काफी सहमी हुई हैं और विशेषज्ञों से उनकी काउंसिंलिंग भी कराई जा रही है।
पुलिस इन लड़कियों को अपने कब्जे में लेकर आई और पूछताछ के बाद रातीबड़ थाने में प्यारे मियां (68) और उसकी कथित सहयोगी 22 वर्षीय युवती के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण संबंधी अधिनियम (पाक्सो) तथा अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी प्यारे मियां फरार है और उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने दस हजार रुपए का इनाम कल रात घोषित किया। युवती को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताया गया है कि इस मकान में किसी व्यक्ति के जन्मदिन की पार्टी मनाई जा रही थी और कथित बड़े लोग इसमें शामिल हुए थे। इस पार्टी में शहर के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग आधा दर्जन नाबालिग लड़कियों को भी बुलाया गया था। पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है।