नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने सांगठनिक चुनाव प्रक्रिया के पहले चरण में राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान शुरू करने तथा अपने मौजूदा 11 करोड़ सदस्यों में करीब सवा दो करोड़ नए सदस्य जोड़ने की आज घोषणा की।
भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों, प्रदेश प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों की आज यहां हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को राष्ट्रीय सदस्यता अभियान का संयोजक बनाया गया है जबकि दुष्यंत गौतम, सुरेश पुजारी, अरुण चतुर्वेदी और शोभा सुरेन्द्रन को सह संयोजक नियुक्त किया गया है। बैठक का उद्घाटन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने किया और उसमें संगठन महासचिव रामलाल भी मौजूद थे।
पार्टी के महासचिव भूपेन्द्र यादव एवं अरुण कुमार सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। यादव नेकहा कि पार्टी ने अपने 11 करोड़ सदस्यों में 20 प्रतिशत की वृद्धि करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस तरह करीब दो करोड़ 20 बीस लाख नए सदस्य बनाये जाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सदस्यता अभियान एक पखवाड़े का होगा। इसकी तारीख जल्द ही चौहान सह संयोजकों के साथ बैठक में तय करेंगे। प्रदेशों में सदस्यता अभियान संयोजक बनाये जाएंगे।
पार्टी के सांगठनिक चुनावों के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा कि सदस्यता अभियान इसका पहला चरण है। इसके बाद क्रम से सभी प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगीं। उन्होंने बताया कि पार्टी संविधान के अनुसार किसी सदस्य को पार्टी की सदस्यता छह साल के लिए दी जाती है और हर तीन साल में सदस्यता अभियान चलाया जाता है।
उन्होंने कहा कि 2014 से 2019 के बीच एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी की गरीब कल्याण नीतियों ने जनाधार बढ़ाया तो वहीं पार्टी को भी विस्तार दिया गया। ग्यारह करोड़ नये कार्यकर्ता बनाने के साथ ही 10 लाख कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया। चार लाख कार्यकर्ताओं ने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए स्वैच्छिक रूप से पूरा समय दिया।
उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष शाह ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में 303 सीटें जीतने के बावजूद पार्टी ने अभी भी अपना उच्चतम लक्ष्य हासिल नहीं किया है। जिन राज्यों में पार्टी का विस्तार नहीं हुआ है वहां सदस्यता अभियान पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बैठक में शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लड़े गये इस बार के लोकसभा चुनाव में जातिवाद, परिवारवाद और सम्प्रदायवाद को पराजित किया गया। जनता ने उसके खिलाफ जनमत दिया है। उत्तर प्रदेश में जाति आधारित महागठबंधन को ध्वस्त कर दिया गया जबकि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी ने हिंसा एवं अराजकता के सहारे स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव को रोकने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि 2014 से 2019 का कार्यकाल मोदी के नेतृत्व है जिस दौरान सुशासन को बढावा दिया गया और संगठन का विस्तार किया गया। चुनाव में भाजपा को जो प्रचंड जनमत मिला है उसके पीछे करोड़ों कार्यकर्ताओं का हाथ है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने राष्ट्रवाद, सुशासन और गरीब कल्याण का संकल्प लिया है जिसे पूरा किया जाएगा।