लंदन। पाकिस्तान के आलराउंडर शोएब मलिक ने आईसीसी विश्वकप में अपनी टीम के सफर समाप्ति के साथ अपने 20 साल के सुनहरे क्रिकेट करियर पर भी विराम लगा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है।
पाकिस्तान ने शुक्रवार को अपने आखिरी ग्रुप मैच में बांग्लादेश को 94 रन से पराजित किया लेकिन वह सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने से चूक गई जिसके साथ उसका विश्वकप में सफर समाप्त हो गया। मैच समाप्त होने के बाद शोएब ने अपने वनडे करियर पर विराम लगाने की घोषणा कर दी हालांकि वह ट्वंटी 20 प्रारूप में खेलना जारी रखेंगे।
शोएब का इस विश्वकप में प्रदर्शन बहुत प्रभावशाली नहीं रहा और उन्होंने केवल तीन मैच ही खेले। भारत के खिलाफ विश्वकप मैच में मिली हार के बाद शोएब सबसे अधिक आलोचकों के निशाने पर रहे थे और उन्हें बाकी टूर्नामेंट के मैचों से बाहर रखा गया। शोएब की मैच से पूर्व अपनी पत्नी और भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा के साथ देर रात पार्टी करने के लिए भी काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी।
37 साल के पाकिस्तानी ऑलराउंडर ने अपनी राष्ट्रीय टीम की ओर से 287 वनडे खेले जिसमें उन्होंने 34.55 के औसत से 7534 रन बनाए। उन्होंने 35 टेस्ट भी खेले जिसमें तीन शतक शामिल हैं।
शोएब ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि मैं विश्वकप के तुरंत बाद रिटायरमेंट ले लूंगा। हमारी टीम ने आखिरी मैच विश्वकप में खेल लिया है और अब मैं वनडे क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। मैंने कुछ वर्ष पहले ही इसका फैसला किया था। मैं दुखी हूं कि वनडे को छोड़ रहा हूं लेकिन खुशी इस बात की है कि मेरे पास परिवार के साथ बिताने के लिए काफी समय होगा।
शोएब ने साथ ही कहा कि अब उनके पास ट्वंटी 20 क्रिकेट पर ध्यान लगाने का अधिक समय होगा। उन्होंने कहा कि मैं अपने टीम साथियों, कोच और परिवार को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और मेरे प्रशंसकों को भी मैं उनके प्यार के लिए दिल से आभार व्यक्त करना चाहता हूं।
पाकिस्तान की बांग्लादेश पर जीत के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने भी शोएब के वनडे से संन्यास पर ट्वीट कर बधाई दी। वनडे में शोएब ने नौ शतक और 44 अर्धशतक लगाए थे और टीम के स्टार ऑलराउंडर माने जाते रहे।
उन्होंने अपने दो दशक के करियर में मध्यक्रम में अहम भूमिका निभाई और 287 मैचों में 158 विकेट भी निकाले। हालांकि शोएब के लिए दुखद रहा कि विश्वकप-2019 के आखिरी मुकाबले में भी उन्हें अंतिम एकादश में जगह नहीं मिल पाई। पाकिस्तान प्रबंधन ने अफगानिस्तान के खिलाफ उतारी अपनी टीम को ही बांग्लादेश के खिलाफ मौका दिया था। ऐसे में शोएब को मैदान के बाहर से ही विदाई लेनी पड़ी।