अजमेर। सर्द हवाओं और घने कोहरे के बीच रविवार को सर्वधर्म धार्मिक स्थल श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ी।
धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने मंदिर परिसर में बाबा भैरव, मां कालिका के साथ चक्की वाले बाबा तथा सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की पूजा अर्चना कर भैरव धाम की भैरव चालीसा का विधिवत विमोचन किया। भैरव चालीसा का श्रद्धालुओं को निःशुल्क वितरण किया।
इस अवसर पर चंपालाल महाराज ने गुप्त नवरात्राओं के प्रारम्भ होने पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान करते हुए सभी की खुशहाली की कामना की। भिक्षावृत्ति को समाज का कलंक बताते हुए उससे मुक्त कराने का संकल्प दिलाया। उन्होने कहा कि नशा विनाश का मूल कारण है। नशा समस्त बुराईयों की जड़ है। नशे का त्याग करना चाहिए। धाम पर आए हजारों श्रद्धालुओं ने चम्पालाल महाराज की प्रेरणा स्वरूप दोनों हाथ उठाकर जीवन में दोबारा नशा नहीं करने का संकल्प लिया।
धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि शनिवार से धाम पर आए हुए श्रद्धालुओं को हाड कंपाने वाली ठंड के प्रकोप से बचाने के लिए राजगढ़ मसाणिया भैरवधाम चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से रजाई-गद्दे का समुचित प्रबन्ध किया गया। टेन्ट तथा शनिवार की पूरी रात निःशुल्क चाय की व्यवस्था की गई।
धाम पर हजारों की भीड़ के चलते श्रद्धालुओं को अपनी बारी के लिए घण्टों तक इन्तजार करना पड़ा। सभी ने बाबा भैरव, मां कालिका के दर्शन करते हुए सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा कर चमत्कारी चिमटी प्राप्त की साथ ही मुख्य स्थान चक्की वाले बाबा के मंदिर पर राजा रानी कल्पवृक्ष के दर्शन किए।