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श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ पर अखंड ज्योति का समापन - Sabguru News
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श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ पर अखंड ज्योति का समापन

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श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ पर अखंड ज्योति का समापन


अजमेर।
श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर चल रहे शारदीय नवरात्रा मेला महोत्सव के समापन समारोह में श्रद्धालुओं का रैला उमड़ पड़ा। देश-प्रदेश के श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला नवमीं रात्रि से ही शुरू हो गया था।

बाबा भैरव व मां कालिका के जयघोष के साथ मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की पूजा-अर्चना कर बाबा भैरव व मां कालिका की आरती की।

धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया की शारदीय नवरात्रा महोत्सव में श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ चैरीटेबल ट्रस्ट की ओर से धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की थीं। शारदीय नवरात्रा मेला महोत्सव 26 सितम्बर आरम्भ हुआ और 5 अक्टूबर सुबह तक रहा। समापन के पश्चात धाम पर आए हुए सभी श्रद्वालुओं को बाबा भैरव ने अपने करकमलों से दशम तक चली अखण्ड ज्योति की विशेष रामबाण औषधि रूपी चिमटी (भभूत) का वितरण किया गया।

धाम पर यह अखंड ज्योति 24 घण्टे लगातार 9 दिन तक प्रज्जवलित रही। इस अखंड ज्योत की विशेषता यह है कि जिस पात्र में इसको प्रज्जवलित किया जाता है उसमें हजारों नारियल की चिटक, कई पीपे तेल व धूप हवन सामग्री डालने पर भी यह पात्र कभी भरता नहीं है। अखंड ज्योत के दर्शन मात्र से ही सभी श्रद्धालुओं के रोग, कष्ट, बाधाएं आदि दूर हो जाते हैं।

धाम पर आए श्रद्धालुओं ने सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा कर बाबा भैरव से अपनी मन्नत मांगी। नवमीं की रात्रि में भजन गायक ज्योति सैनी व ममता सोनी ने अपनी मधुर आवाज में भैरू जी नाना रे नाना, दरबार है निराला काली के लाल का, अब तो आजा रे भैरू जी, मैया रानी तो छिप रही पहाड़ा में, आजा जे भवानी, राजगढ में लाग्यो दरबार, झीणी झीणी उडे रे गुलाल आदि भजनों से मंत्रमुग्ध कर दिया। भक्तजन झूम कर नाचने लगे।

शारदीय नवरात्रा महोत्स के दौरान राजगढ़ धाम रोशनी से जगमगा रहा था। मुख्य मंदिर व भैरव मंदिर अदभुत लाईटों के द्वारा सजाया संवारा गया जो कि विशेष आकर्षण का केन्द्र बनी रही।

नया गांव व राजगढ़ गांव की और से चढा झंड़ा

राजगढ़ धाम पर शारदीय नवरात्रा मेला महोत्सव के समापन समारोह से पूर्व नवमीं की रात्रि में ही नया गांव कांस्या एवं राजगढ ग्रामवासियों की और से बाबा भैरव नाथ व मां कालिका के झंड़ा चढाया गया। झंडा रात 8 बजे ग्राम राजगढ़ सदर बाजार से प्रारम्भ होकर डीजे की धुन पर नाचते गाते झूमते हुए चक्की वाले बाबा के मंदिर पर धोक लगाई फिर वही से जुलूस के रूप में सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ पर चल रही अखंड ज्योति स्थल पर 11:30 बजे पहुंचा।

हरिनिवास काबरा, कमल शर्मा, गणपत सिंह, हरी माली, भोला सिंह, शंकर महावर, कान सिन्ह, सावरा कुम्हार, बिसन सिन्ह, मोनू गुर्जर, किशन सिंह, मुकेश खीची, किरण सिंह, प्रदीप काबरा, सुरेश सिंह, गणेश माली, शंकर सिंह, मंगला माली, कान सिन्ह कालू आदि नया गांव कांस्या एवं राजगढ़़ ग्रामवासियों की ओर से मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज का साफा पहनाकर व शॉल ओढाकर भव्य स्वागत किया गया।