अजमेर। तीन दिवसीय योग महोत्सव में दूसरे दिन शनिवार को ब्राइटर माइंड के प्रशिक्षित बच्चों ने आंखों पर पट्टी बांध सूंघ कर बताए नोटों के नंबर बताए तथा एकरंग की गिलास जमाईं।
इस मौके पर सांसद भागीरथ चौधरी ने हर दिन ध्यान, हर दिल ध्यान को अंगीकार करने का आह्वान करते हुए कहा कि धार्मिक नगरी अजमेर में तीन दिवसीय योग महोत्सव का आयोजन होना एक अच्छी शुरुआत है। वर्तमान में व्यक्ति का जीवन एक मशीन की तरह से संचालित हो रहा है। इससे बचने के लिए योग, प्राणायाम और ध्यान आवश्यक है।
व्यक्ति बाहरी भौतिक वस्तुओं से सुख प्राप्त करने की चाह रखता है। जबकि शांति का निवास हृदय के अंदर है। इस संबंध में प्रत्येक व्यक्ति को विचार करना चाहिए। हर दिन ध्यान, हर दिल ध्यान के भावों को जीवन में अंगीकार करने की आवश्यकता है। कोरोना महामारी के कारण मानव सभ्यता पर अस्तित्व का संकट आ गया था। इसका समाधान योग के माध्यम से किया जा सकता है। योग महोत्सव से प्रत्येक व्यक्ति जुड़कर अपना दिन सुखमय बना सकता है।
उन्होंने कहा कि ब्राइटर माइंड के प्रशिक्षित बच्चों की आंखों पर दोहोरी रुई से भरी हुई पट्टी बांधी गई थी। बच्चों ने स्पर्श के माध्यम से तथा सूंघकर रंग एवं कार्ड पहचाने। यह एक अदभुत योग्यता है। मानव सबसे बुद्धिमान प्राणी है। इसकी बुद्धि की सीमा अनंत है। योग प्रशिक्षण से बुद्धि को नई ऊंचाइयों तक विकसित किया जा सकता है। बच्चों ने अपने भीतर झांककर यह योग्यता प्राप्त की है। इससे बच्चों ने बाहरी नकारात्मकता पर नियंत्रण करना सीख लिया है।
योग महोत्सव के आयोजन समन्वयक केके शर्मा आईएएस (सेनि) ने बताया कि तीन दिवसीय योग महोत्सव संस्कृति मंत्रालय, श्री रामचंद्र मिशन हार्टफुलनेस संस्थान, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग एवं नगर निगम के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। योग महोत्सव में दूसरे दिन शनिवार को मोटापा तथा वजन प्रबंधन से संबंधित आसन, प्राणायाम एवं मुद्राओं का अभ्यास करवाया गया।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के योग विभाग के लारा शर्मा के दल ने योग तथा आसनों के अभ्यास कराए। इनसे शरीर की अनावश्यक वसा को हटाकर स्थूल शरीर के सवार्ंग संतुलित किए जा सकते हैं। कृश काय व्यक्तियों के वजन का प्रबंधन भी वैज्ञानिक तरीके से किया जा सकता है। योग इंस्ट्रक्टर नितेंद्र उपाध्याय ने शंख मुद्रा और प्राणायाम का अभ्यास कराया। इनसे शरीर का ऊर्जा प्रवाह संतुलित रहता है। हार्टफुलनेस रिलैक्सेशन जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. विकास सक्सेना तथा हृदय आधारित ध्यान अंकुर गहलोत ने कराया।
शनिवार को पूरे दिन विद्यार्थियों के लिए विशेष योग सत्रों का आयोजन किया गया। सायंकालीन सत्र में भी अभ्यास करवाया गया। इस दिन विभिन्न सत्रों में 2 हजार 702 व्यक्तियों ने योग, प्राणायाम, ध्यान, ब्राइटर माइंड तथा पॉलेरिटी का अनुभव किया। रविवार को प्रातः कालीन सत्र सुबह 6 बजे से आरंभ होगा। इस दिन की गतिविधियां थायराइड तथा मधुमेह डायबिटीज पर केंद्रित रहेगी।
ब्राइटर माइंड्स प्रशिक्षक नेहा कपूर ने बताया कि प्रशिक्षित बच्चों ने शनिवार को भी अतिंद्रीय कार्य किए। गतिक वर्मा में सुनने की क्षमता तथा मनन को स्पर्श क्षमता को विकसित करने का प्रशिक्षण दिया गया था। उन्होंने भारतीय मुद्रा की पहचान की। नोटों की राशि तथा नंबर की सही पहचान करके बताई। नंदिनी मेंघानी को गणमान्य द्वारा वस्तुओं की टोकरी में से एक चीज पकड़ाई गई। उसने लिपस्टिक की पहचान कर सही रंग भी बता दिया।
होनिषा पारीक को विभिन्न रंगों की एक आकार की गेंदों से भरा हुआ एक थैला पकड़ाया गया। उसमें से एक गेंद निकालकर रंग बता दिया। होनिषा में फीलिंग की क्षमता विकसित की गई है। इसी प्रकार मनन के सामने एक जैसे दिखने वाले अलग-अलग रंगों के गिलास रखे गए। उसने हाथों से स्पर्श कर समान रंग के गिलास एक दूसरे में रखे।
उन्होंने बताया कि सुदर्शन को स्पर्श तथा सुनने का प्रशिक्षण दिया गया है। उसके समक्ष विजिटिंग कार्ड रखा गया था। बच्चे ने विजिटिंग कार्ड के रंग, डॉ. प्रेमसुख सुराणा का नाम उस पर लिखा गीता में डिप्लोमा तथा स्वास्तिक के निशान की सटीक पहचान की।
इस अवसर पर पोक्सो कोर्ट के जिला न्यायाधीश बन्ना लाल जाट, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महा निरीक्षक एके सिंह, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त गजेंद्र सिंह राठौड़, आयुर्वेद विभाग के निदेशक आनंद शर्मा, जेके शर्मा, उद्यमी सुगन चंद गहलोत सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।