अजमेर। माता-पिता, दादा-दादी और पूर्वजों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने तथा उनके सम्मान के लिए श्राद्ध पक्ष के अवसर पर सोमवार से तोपदडा स्थित गढवाल पैलेज में मंहत कैलाश महाराज के सान्निध्य में श्रीमद्भागवत कथा का विधिवत शुभारंभ हुआ।
आयोजन समिति सदस्य दिलीप गढ़वाल ने बताया कि सोमवार सुबह 8 बजे मंदिर से महंत कैलाश महाराज वैष्णवाचार्य के सान्निध्य में कलशों की पूजा पंडित राकेश शर्मा, महंत राजू ओझा ने कराई। इसके पश्चात कलश यात्रा निकाली गई जो मार्टिण्डल ब्रिज होते हुए गढ़वाल पैलेस पहुंची। सुबह 10.30 बजे से 11.30 बजे तक मंडल व व्यास पूजन किया गया।
प्रथम दिन श्रीमद्भागवत की महिमा का वर्णन करते हुए मंहत कैलाश महाराज ने बताया कि जो भी व्यक्ति भक्ति भाव से श्रीमदभागवत कथा का श्रवण करता है उसके मन के समस्त विकार समाप्त हो जाते हैं। भगवान की कथा को बार बार सुनने से मन पवित्र होता है।
हम संसारी जीव हैं प्रतिदिन जीवन में कुछ ना कुछ अच्छा और बुरा घटित होता है, जिससे मन के ऊपर उसका असर पडता है। इस सबसे मुक्ति का मार्ग भगवान की कथा सुनने से ही निकलता है। भक्ति का भाव से और भाव का भगवान से सीधा संबंध है।
भक्ति क्या है भाव क्या है इसका गूढ ज्ञान केवल गुरु ही बता सकते हैं और जब आपके जीवन में गुरु शब्द का आगमन होगा तो आपके भाव बनेंगे और भाव के साथ भक्ति अपने आप ही जुड़ जाएगी। वही भक्ति आपको ईश्वर के नजदीक लाएगी।
महाराज ने भागवन कथा के कई प्रसंग का वर्णन करते हुए श्रद्धालुओं से जीवन के कई आयामों के बारे में बताया। कथा के दौरान प्रसिद्ध भजन गायिका लता तायल और श्रीकांत जागिड़ टीम ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम के पश्चात भगवत महापुराण की आरती प्रसिद्ध व्यवसायी मोहनलाल साबू ने परिवार सहित की। दिलीप गढ़वाल, श्याम चौहान सहित पटेल नगर विकास समिति के सदस्यों ने भी आरती का लाभ लिया। आरती के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।