अजमेर। कार्तिक मास में शहर में धार्मिक कार्यक्रमों का सिलसिला बना हुआ है। इसकी क्रम में मंगलवार से विजयवर्गीय धर्मशाला में श्रीमदभागवत कथा ज्ञान महायज्ञ की शुरुआत हुई। व्यास पीठ पर विराजित गोपाल शरण शास्त्री ने कथा का श्रीगणेश किया। महंत श्याम सुंदर शरण का सान्निध्य मिला।
इससे पहले होलीदडा स्थित नृसिंह मंदिर से विशाल कलशयात्रा निकाली गई जो नया बाजार, आगरा गेट, बापू नगर, सुंदर विलास होती हुई विजयवर्गीय धर्मशाला पहुंची। कलशयात्रा में बडी संख्या में माताएं व बहनें शामिल हुई। बैंड बाजों की धुन के बीच भक्तगण नाचते गाते धर्मशाला पहुंचे।
आरती बंशीधर शर्मा ने जानकारी देते हुबताया कि कथा का समय प्रतिदिन दोपहर एक बजे से 5 बजे तक रहेगा। कथा में 14 नवंबर को 24 अवतारों की कथा, कुंतीस्तुति, परिक्षित जन्म, सुखदेव आगमन, नारदजी की पूर्व जन्म कथा, विदुर चरित्र तथा वाराह अवतार कथा का वृतांत होगा। 15 नवंबर को कपिल अवतार, ददासति चरित्र, ध्रुव चरित्र, जइ भरत चरित्र, प्रहलाद नृसिंह अवतार चरित्र एवं अन्य कथा होगी। 16 नवंबर को भरत चरित्र, अजामिल चरित्र, गजेन्द्र मोक्ष, वामन अवतार, सूर्यवंश, राम जन्म, कृष्ण जन्म, नंदोत्सव पर प्रवचन होंगे।
17 नवंबर को बधाई गान, बाललीला वर्णन, माखन चोरी लीला, वृंदावन लीला, गौचारण, गोवर्धन पूजा, छप्पन भोग अर्पण आदि के प्रसंग का लाभ मिलेगा। 18 नवंबर को वेणुगीत, महारास, गोपीगीत, मथुरा गमन, कंस वध, उद्धव गोपी संवाद, रुकमणि विवाह तथा 19 नवंबर को महाभारत कथा, राजसूर्य यज्ञ, सुदामा चरित्र, नवयोगेश्वर, श्री शुक्रदेवजी की बधाई, परिक्षित मोक्ष, श्री भागवत पूजन के प्रसंग सुनाए जाएंगे।
कथा की पूर्णाहुति 20 नवंबर को तुलसी विवाह, बारात आगमन, बारात स्वागत, पाणिग्रहण संस्कार विदाई पूर्णाहुति तथा हवन होगा। दोपहर डेढ बजे से भागवात प्रसादी होगी।