जयपुर। राजस्थान कांग्रेस पदाधिकारियों एवं राज्य सरकार के मंत्रियों की आज हुई बैठक में सदस्यता अभियान को गांव ढाणी तक पहुंचाने तथा सत्ता एवं संगठन में समन्वय बढाने के साथ राजनीतिक नियुक्तियों पर भी चर्चा हुई।
बैठक में भारतीय जनता पार्टी की तर्ज पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मंत्रियों की जनसुनवाई का कार्यक्रम भी शुरू करने का निर्णय लिया गया। बैठक में मंत्रिमंड़ल विस्तार, बहुजन समाज पार्टी के विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने, राजनीतिक नियुक्तियां करने तथा महात्मा गांधी की जयंती के कार्यक्रमों पर भी विचार किया गया। चुनाव घोषणा पत्र के क्रियान्वयन पर भी बैठक में चर्चा हुई।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का यह जोर रहा कि पिछले पांच वर्ष में काम करने वाले कार्यकर्ताओं को तरजीह दी जाए। कई संस्थाओं में अध्यक्ष एवं अन्य पदों पर नियुक्ति में कर्मठ कार्यकर्ताओं को भुलाया नहीं जाए।
उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने वाले बसपा विधायकों के बारे में भी कहा कि ये सभी अपने क्षेत्र में विकास के लिए बिना शर्त पार्टी में शामिल हुए हैं। इससे यह माना जा रहा है कि निकट भविष्य में इन विधायकों को मंत्रिमंडल में शायद जगह मिल पाए।
राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांड़े ने भी बैठक के बाद मंत्रिमंड़ल विस्तार एवं राजनीतिक नियुक्तियां शीघ्र होने के संकेत दिए। पांड़े ने कहा कि पार्टी में काफी समय से काम कर रहे कार्यकर्ताओं को मौका मिलेगा। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पायलट ने पांडे के साथ अलग से भी चर्चा की।
बैठक में महात्मा गांधी की जयंती पर दो अक्टूबर को जयपुर में विशाल पदयात्रा का भी निर्णय लिया गया। इसके अलावा दो से नौ अक्टूबर तक प्रदेश भर में कार्यक्रम आयोजित करने पर भी विचार किया गया।