अलवर। राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में एक पूर्व ग्रंथि के बाल काट देने का मामला सामने आया है।
इस मामले में सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम गुरुवार देर रात रामगढ़ थाने पहुंची और मामले की जानकारी ली। उन्होंने इस मामले में विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है और पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं।
क्षेत्र के मिलकपुर एवं अलावड़ा गांवों में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में जो भी शामिल होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी चाहे वह किसी भी जाति या धर्म को हो।
उन्होंने बताया कि दोनो गांवों के दोनों समुदाय के बीच लड़की भगाने को लेकर पुरानी रंजिश चल रही है। उन्होंने बताया कि मेव पंचायत के सदर से भी बात की है और शांति की अपील की गई है और सभी को सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है।
प्रशासन ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि किसी को कोई हक नहीं कि किसी भी धर्म को आघात पहुंचाए। उन्होंने बताया कि अब आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है। कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जिले में धारा 144 लगी हुई है और सोशल मीडिया पर जो अफवाह फैलाएगा उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। सोशल मीडिया पर भी पूरी निगरानी रखी जा रही है।
रामगढ़ क्षेत्र के अलावड़ा से मिलकपुर आ रहे गुरुद्वारा के पूर्व ग्रंथि गुरुबख्श सिंह को अज्ञात लोगों ने गुरुवार देर रात रास्ते में रोककर उनके बाल काट दिए और उनकी आंखों में मिर्च डालकर पट्टी बांधी और रास्ते में छोड़ गए। उसके बाद ग्रंथि गांव पहुंचकर इसकी सूचना दी।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और पीड़ित को रामगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज किया है। अस्पताल में भर्ती श्री गुरुबख्श सिंह ने बताया कि वह अलावडा से दवाई लेकर मिलकपुर आ रहा था कि रास्ते में कुछ लोगों ने उसे रोक लिया और उसके बाल खींचते हुए एक तरफ ले गए।
आंखों में मिर्च डाल कर आंखों पर पट्टी बांधने के बाद उन्होंने बैठा लिया और गर्दन काटने की बात करने लगे। उनसे मारने का कारण पूछा तो उन्होंने कुछ नहीं बताया। वे लोग किसी जुम्मा नाम के व्यक्ति से फोन पर बात कर रहे थे।