काबुल। अफगानिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित अपने दूतावासके राजदूत की बेटी के अपहरण को लेकर पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख राशिद अहमद की गैर-पेशेवर टिप्पणी करने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि एकतरफा बयान और गैर-पेशेवर पूर्वाग्रह चल रही जांच को लेकर सवाल खड़े करेंगे।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि जब तक जांच प्रक्रिया समाप्त नहीं हुई है और अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है, एकतरफा बयानों और गैर-पेशेवर पूर्वाग्रहों की निरंतरता जांच की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा कर सकती है और इसके परिणामस्वरूप अविश्वास में वृद्धि होगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अस्पताल की रिपोर्टों ने सिलसिला अली खिल की मानसिक और शारीरिक यातना की पुष्टि की है। हम उम्मीद करते हैं कि जांच समाप्त होने से पहले गैर-पेशेवर पूर्वाग्रहों से बचा जाएगा। इसके साथ ही हम आग्रह करते हैं कि साक्ष्य जुटाने और जांच पूरी करने के साथ-साथ अपराधियों को गिरफ्तार करने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए सभी प्रयास किए जाने चाहिए।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय कहा कि हम दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडलों के सहयोग से जांच प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम इस घटना की वजहों का पता लगाने उम्मीद करते हैं, और दोनों देशों की जांच टीमों के निष्कर्षों के आधार पर जांच परिणामों को जल्द ही अंतिम रूप देने और नतीजे घोषित घोषित किये जाने की उम्मीद करते हैं।
इससे पहले अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद हनीफ अतमार ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी से बात की और अफगानिस्तान के राजदूत की बेटी के अपहरण मामले की चल रही जांच पर पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद अहमद की टिप्पणी पर गहरी आपत्ति जताई।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के गृह मंत्री ने अफगानिस्तान और भारत पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पाकिस्तान को बदनाम करने का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी कहा था कि अधिकारियों को अफगानिस्तान के राजदूत की बेटी के अपहरण का कोई सबूत नहीं मिला है।