अजमेर। बच्चों को बाल्यकाल से ही मातृ भाषा का ज्ञान व संस्कार देने से उन्हें जीवनभर इसका स्मरण रहेगा, खेलकूद के साथ योग की शिक्षा भी आवश्यक रूप से दी जाए ताकि बच्चे स्वस्थ नागरिक बन सके। ये विचार भारतीय सिन्धु सभा के प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने अजयनगर स्थित ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम में चतुर्थ सिन्धी बाल संस्कार शिविर के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए।
शिविर शुभारंभ मुस्कान कोटवाणी, सृष्टि कलवाणी, भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी, उदासीन आश्रम के शंकर सबनाणी, इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर के खेमचन्द नारवाणी, प्रदेश मंत्री (युवा) मनीष ग्वालाणी, रमेश लख्याणी ने भारत माता, झूलेलाल की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्जवलन और माल्यार्पण कर किया।
आश्रम में आरती व भजन के साथ सिन्धी अबाणी बोली और रख त मुहिजे लाल से पाणे पूरी कन्दो…. सहित कई सिन्धी गीतों की प्रस्तुति शिवरार्थियों ने दी। स्वागत भाषण भगवान पुरसवाणी ने एवं आभार रमेश वलीरामाणी ने किया। मंच संचालन महेश टेकचंदाणी ने किया।
संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में 130 विद्यार्थियों को शिक्षण और गीत संगीत के साथ खेलकूद करवाए जाएंगे। प्रशिक्षक के रूप में महेश पिंजलाणी, राजेश वाधवाणी, गुल छताणी, नरेश टिलवाणी, लक्षमण कोटवाणी, भावना, कोशिल्या कोटवाणी सेवाएं देंगे।
5वां बाल संस्कार शिविर प्रारम्भ
महानगर मंत्री महेश टेकचंदाणी ने बताया कि 5वां सिन्धी बाल संस्कार शिविर मंगलवार को सुबह 8 बजे से पार्वती उद्यान अजयनगर में प्रारम्भ किया जाएगा।